महा सम्मेलन
प्रोत्साहन की विरासत
अक्टूबर 2022 महा सम्मेलन


प्रोत्साहन की विरासत

मैं आपको स्वर्गीय पिता और यीशु मसीह के पास लौटने के योग्य होने का निरंतर प्रयास करने के लिए प्रोत्साहित करता हूं।

मेरे प्यारे भाइयों और बहनों, मैं आपके साथ अंतिम-दिनों के संतों के यीशु मसीह के गिरजे के इस महा सम्मेलन में शामिल होने के लिए बहुत आभारी हूं । हमने आपके विश्वास और आपके प्रेम को महसूस किया है। हम प्रेरणादायक शिक्षाओं, प्रभावशाली गवाहियों, और शानदार संगीत से आशीषित हुए हैं।

मैं आपको स्वर्गीय पिता और यीशु मसीह के पास लौटने के योग्य होने का निरंतर प्रयास करने के लिए प्रोत्साहित करता हूं। अनुबंध के मार्ग पर आप कहीं भी हों, आपको नश्वरता के संसारिक कष्टों और शैतान के विरोध का सामना करना पड़ेगा।

जैसा मेरी मां ने मुझे कहा था जब मैंने शिकायत की थी कुछ बहुत कठिन था, “ओह, “हाल, अवश्य ही यह कठिन है। इसे ऐसा ही होना चाहिए। जीवन एक परिक्षा है।”

उन्होंने शांति और मुस्कुराते हुए से ऐसा कहा था, क्योंकि वह दो बातें जानती थी। संघर्ष कुछ भी हो, उनके लिए अपने स्वर्गीय पिता के साथ रहने के लिए घर लौटना अधिक महत्वपूर्ण था। और वह जानती थी कि वह अपने उद्धारकर्ता में विश्वास के द्वारा ऐसा कर सकती है।

उन्हें महसूस होता था कि वह उनके करीब थी। उन दिनों में जब वह मृत्यु के करीब थी वह यह बात जानती थी, अपने कमरे में लेटे वह मुझसे उद्धारकर्ता के बारे में बात करती थी। उनके बिस्तर के पास दूसरे कमरे का दरवाजा था। वह मुस्कुराती और दरवाजे की ओर देखा करती थी जब वह जल्द ही उसे मिलने की बात करती थी। मुझे अभी भी उस दरवाजे को देखना और पीछे के कमरे की कल्पना करना याद है।

वह अब आत्मा की दुनिया में है। वह शारीरिक और व्यक्तिगत वर्षों के कष्ट के बावजूद अपने लक्ष्य पर केंद्रित रहने में सक्षम थी।

जिस प्रोत्साहन की विरासत को उन्होंने हमारे लिए छोड़ा था, उसे मोरोनी 7में सबसे अच्छी तरह से बताया गया है, जहां मॉरमन अपने बेटे मोरोनी और उसके लोगों को प्रोत्साहित करता है। यह भावी पीढ़ी के लिए प्रोत्साहन की विरासत है जैसा मेरी मां की अपने परिवार के लिए थी। मॉरमन ने उन सभी के लिए प्रोत्साहन की विरासत को आगे बढ़ाया था, जिनके पास अंनत जीवन के लिए अपने सभी नश्वर कष्टों के द्वारा योग्यता प्राप्त करने का दृढ़ संकल्प है।

मॉरमन मोरोनी 7 के आरंभिक पदों में यीशु मसीह, स्वर्गदूतों और मसीह की आत्मा की गवाही के साथ शुरू होता है, जो हमें बुराई से अच्छाई जानना संभव करती है और इसलिए हम सही चुनाव करने में सक्षम होते हैं।

वह यीशु मसीह को प्राथमिकता देता है, जैसा वे सभी देते हैं जो स्वर्गीय घर के मार्ग पर चलने में संघर्ष करने वालों को प्रोत्साहन देने में सफल होते हैं:

“क्योंकि मसीह के वचन के अनुसार, कोई भी मनुष्य तब तक नहीं बचाया जा सकता है जब तक कि वे उसके नाम में विश्वास नहीं करेंगे; इसलिए, यदि ये बातें रुक जाएं, तो विश्वास भी रुक जाएगा; और मनुष्य की स्थिति भयावह होगी, क्योंकि वे वैसे ही होंगे जैसे कि मुक्ति हुई ही नहीं थी।

“परन्तु देखो, मेरे प्रिय भाइयों, मैं तुम्हारे लिए बेहतर चीजों का निर्णय लेता हूं, क्योंकि मैं निर्णय लेता हूं कि तुम्हारी दीनता के कारण ही मसीह में तुम्हारा विश्वास है; क्योंकि यदि उसमें तुम्हारा विश्वास नहीं है तो तुम उसके गिरजे के लोगों में गिने जाने के योग्य नहीं हो।1

मॉरमन ने नम्रता को अपने विश्वास की ताकत के प्रमाण के रूप में देखा था। उसने देखा कि उन्होंने उद्धारकर्ता पर निर्भरता को महसूस किया था। उसने उस विश्वास को देखते हुए उन्हें प्रोत्साहित किया था। मॉरमन ने उन्हें यह देखने में मदद करके प्रोत्साहन देना जारी रखा कि उनका विश्वास और नम्रता उनके आश्वासन और उनके संघर्ष में सफलता के लिए आत्मविश्वास का निर्माण करेगा:

“और फिर से, मेरे प्रिय भाइयों, मैं तुमसे आशा के संबंध में बात करूंगा । ऐसा कैसे हो सकता है कि तुम बिना आशा के विश्वास प्राप्त कर सकते हो?

“और ऐसा क्या है जिसकी तुम आशा करोगे? और क्या है जिसकी तुम आशा करोगे ? देखो मैं तुमसे कहता हूं कि मसीह के प्रायश्चित और उसके पुनरुत्थान के सामर्थ्य द्वारा, अनंत जीवन के प्रति जिलाए जाने की तुम आशा करोगे, और ऐसा प्रतिज्ञा के अनुसार उसमें तुम्हारे विश्वास के कारण होगा ।

“इसलिए, यदि किसी मनुष्य के पास विश्वास है तो उसके पास आशा भी होनी चाहिए; क्योंकि बिना विश्वास के आशा प्राप्त नहीं की जा सकती है ।

“और फिर से, देखो मैं तुमसे कहता हूं कि वह जो हृदय से दीन और नम्र नहीं होगा, वह विश्वास और आशा प्राप्त नहीं कर सकता है ।2

मॉरमन तब उन्हें यह गवाही देकर प्रोत्साहित करता है कि वे मसीह के शुद्ध प्रेम से भरे हुए अपने हृदयों के उपहार को प्राप्त करने के मार्ग पर हैं। वह उनके लिए यीशु मसीह में विश्वास की बातचीत, नम्रता, विनम्रता, पवित्र आत्मा, और अंनत जीवन प्राप्त करने की दृढ़ आशा को एक साथ जोड़ता है। वह उन्हें यह कहकर प्रोत्साहित करता है:

“यदि ऐसा है, तो उसका विश्वास और आशा व्यर्थ है, क्योंकि हृदय से दीन और नम्र के अलावा, परमेश्वर के सामने और कोई भी स्वीकार्य नहीं है; और यदि कोई मनुष्य हृदय से दीन और नम्र है, और पवित्र आत्मा के सामर्थ्य द्वारा अंगीकार करता है कि यीशु ही मसीह है, तो उसमें उदारता होनी चाहिए; क्योंकि यदि उसके पास उदारता नहीं है तो वह कुछ भी नहीं है; इसलिए उसके पास उदारता होनी चाहिए।”3

पीछे मुड़कर देखते हुए, अब मैं देखता हूं कि उदारता का वह उपहार—मसीह का शुद्ध प्रेम—मेरी मां को उनके घर के मार्ग पर संघर्ष में कैसे मजबूत, निर्देशित, संभाला और बदल दिया।

“और उदारता धैर्य रखती है, और दयालु है, और ईर्ष्या नहीं करती है, और अहंकारी नहीं होती है, स्वार्थी नहीं होती है, आसानी से उत्तेजित नहीं होती है, बुरा नहीं सोचती है, और बुराई में आनंदित नहीं होती है बल्कि सच्चाई में आनंदित होती है, सभी बातों को सहती है, सभी बातों में विश्वास करती है, सभी बातों की आशा करती है, सभी बातों में अंत तक बनी रहती है ।

“इसलिए हे मेरे प्रिय भाइयों, यदि तुम्हारे पास उदारता नहीं है, तो तुम कुछ भी नहीं हो, क्योंकि उदारता कभी असफल नहीं होती है। इसलिए, उदारता को थामे रहो, जो कि सभी बातों में उत्तम है, क्योंकि सभी बातें असफल हो जाएंगी—

“परन्तु उदारता मसीह का सच्चा प्रेम है, और वह सदा के लिए बनी रहती है; और अंतिम दिन में जिसमें भी यह पाई जाएगी, उसके साथ भला होगा ।

“इसलिए, मेरे प्रिय भाइयों, हृदय की पूरी ऊर्जा से पिता से प्रार्थना करो, जिससे कि तुम उसके उस प्रेम से परिपूर्ण हो सको, जिसे उसने उन सभी लोगों को प्रदान किया है जो उसके पुत्र, यीशु मसीह के सच्चे अनुयाई हैं; ताकि तुम परमेश्वर के बेटे बन सको; ताकि जब वह आएगा तब हम उसके समान होंगे, क्योंकि हम उसका वास्तविक रूप देख सकेंगे; ताकि हम इस आशा को प्राप्त कर सकें; ताकि हम वैसे ही पवित्र हो सकें जैसा कि वह है”4

मैं मॉरमन के उदाहरण और शिक्षा से प्राप्त प्रोत्साहन के लिए आभारी हूं। मुझे मेरी मां की विरासत की आशीष भी मिली है। आदम से आज तक के भविष्यवक्ताओं ने, शिक्षा के द्वारा और उदाहरण के द्वारा, मुझे मजबूत किया है।

उन लोगों और उनके परिवारों का सम्मान करते हुए जिन्हें मैं व्यक्तिगत रूप से जानता हूं, मैंने उनके संघर्षों के विवरण को सत्यापित करने या सार्वजनिक रूप से उनके उपहारों के विषय में बात करने का प्रयास न करने का चुनाव किया है। फिर भी मैंने जो देखा है उसने मुझे प्रोत्साहित किया है और मुझे बेहतर के लिए बदल दिया है।

उसकी गोपनीयता पर हमला करने का जोखिम लेते हुए, मैं अपनी पत्नी के प्रोत्साहन के विषय में कुछ कहूंगा। मैं ऐसा सावधानी से करता हूं। उनका व्यक्तित्व निजी है वह न तो प्रशंसा चाहती है और न ही इसकी सराहना करती है।

हमारे विवाह को 60 साल हो चुके हैं। उस अनुभव के कारण ही मैं अब इन धर्मशास्त्र के शब्दों के अर्थ समझता हूं: विश्वास, आशा, नम्रता, धैर्य रखना, अपने स्वयं के लिए नहीं चाहना, सच्चाई में आनन्दित होना, बुरा नहीं सोचना, और सबसे ऊपर, उदारता।5 उस अनुभव के आधार पर, मैं गवाही दे सकूं कि साधारण मनुष्य उन सभी अद्भुत आदर्शों को अपने दैनिक जीवन में ले जा सकता है जब वे जीवन में चुनौतियों का सामना करते हुए आत्मिक रूप से बढ़ते हैं।

सम्मेलन सुनने आए आप में से कई लोग ऐसे लोगों को जानते हैं। आप में से बहुत ऐसे लोग हैं । हम सभी को ऐसे उत्साहजनक उदाहरणों और प्रेम करने वाले दोस्तों की आवश्यकता है।

जब आप किसी के साथ उनकी सेवकाई बहन या भाई के रूप में बैठते हैं, तो आप प्रभु का प्रतिनिधित्व करते हैं। सोचो कि वह क्या करेगा या क्या कहेगा। वह उन्हें अपने पास आने का निमंत्रण देगा। वह उनका हौसला बढ़ाएगा। वह उन परिवर्तनों की शुरुआत पर ध्यान देगा और प्रशंसा करेगा जो उन्हें करने की आवश्यकता होगी। और वह उनके लिए अनुकरण करने के लिए एक आदर्श उदाहरण होगा।

कोई भी अभी तक पूरी तरह से ऐसा नहीं कर सका हैं, लेकिन इस सम्मेलन को सुनकर आप जान सकते हैं कि आप उस मार्ग में हैं। उद्धारकर्ता आपके संघर्षों को भली-भांति जानता है। वह विश्वास, आशा और उदारता में बढ़ने की आपकी महान क्षमता को जानता है।

वह आपको जो आज्ञाएं और अनुबंध प्रदान करता है, वे आपको नियन्त्रित करने के लिए नहीं हैं। वे आपको परमेश्वर के सभी उपहारों को प्राप्त करने और अपने स्वर्गीय पिता और प्रभु, जो आपसे प्रेम करते हैं, घर लौटने के लिए उपहार हैं।

यीशु मसीह ने हमारे पापों की कीमत चुकाई थी। हम अंनत जीवन के उस आशीष को प्राप्त कर सकते हैं यदि हम पश्चाताप करने और किसी बच्चे के समान शुद्ध बनने के लिए विश्वास करेंगे, और परमेश्वर के सभी उपहारों में महानत्तम उपहार प्राप्त करने के लिए तैयार होंगे।

मैं प्रार्थना करता हूं कि आप उसका निमंत्रण स्वीकार करोगे और इसे हमारे स्वर्गीय पिता की अन्य सन्तानों को प्रदान करोगे।

मैं दुनिया भर के हमारे प्रचारकों के लिए प्रार्थना करता हूं। वे प्रत्येक व्यक्ति को यह विश्वास करने और इस के लिए प्रोत्साहित करने के लिए प्रेरित हों कि यह निमंत्रण यीशु मसीह की ओर से उसके सेवकों के द्वारा है जिन्होंने स्वयं पर उसका नाम धारण किया है।

मैं गवाही देता हूं कि वह जीवित है और अपने गिरजे का मार्गदर्शन करता है। मैं उसका गवाह हूं। अध्यक्ष रसल एम. नेलसन संपूर्ण पृथ्वी के लिए परमेश्वर के जीवित भविष्यवक्ता हैं। मैं जानता हूं कि यह सच है। यीशु मसीह के पवित्र नाम में, आमीन।