2010–2019
स्वर्गीय पिता और प्रभु यीशु मसीह के प्रति गहरा और स्थाई परिवर्तन
अक्टूबर 2018


स्वर्गीय पिता और प्रभु यीशु मसीह के प्रति गहरा और स्थाई परिवर्तन

हमारा उद्देश्य गिरजे और घर के अनुभव में इस प्रकार संतुलन रखना है जो विश्वास, आत्मिकता, और स्वर्गीय पिता और प्रभु यीशु मसीह के प्रति परिवर्तन को गहरा करे ।

जैसा अध्यक्ष रसल एम. नेलसन ने बहुत संदुर और बढ़िया तरीके से बताया, गिरजे के मार्गदर्शक लंबे समय से “सिद्धांत सीखने, विश्वास मजबूत करने, और निजी आराधना को बढ़ावा देने के लिये घर-केंद्रीत और गिरजा-समर्थित योजना पर कार्य कर रहे हैं ।” अध्यक्ष नेलसन ने फिर “घर में और गिरजे में सुसमाचार निर्देशन के नये संतुलन”1 को पाने के लिये सुधार की घोषणा की ।

इन उद्देश्यों को पूरा करने के लिये—अध्यक्ष रसल एम. नेलसन द्वारा बताए और निर्देशन के अंतर्गत और प्रथम अध्यक्षता और बारह प्रेरितों की परिषद की सभा के निर्णय के अनुसार—जनवरी 2019 से रविवार की सभा निम्नरूप से की जाएंगी ।

रविवार सभा समय सारणी

रविवार प्रभु-भोज सभा उद्धारकर्ता, प्रभु-भोज विधि, और आत्मिक संदेशों पर कंद्रीत प्रत्येक रविवार 60 मिनट की होगी । इसके बाद गिरजे के सदस्य 50 मिनट की कक्षा में जाएंगे जो प्रत्येक दूसरे रविवार को होगी ।

  • रविवार विद्यालय पहले और तीसरे रविवारों को होगा ।

  • पौरोहित्य परिषद, सहायता संस्था, और युवतियों की सभा दूसरे और चौथे रविवार को होगी ।

  • पांचवे रविवार को सभाएं धर्माध्यक्षों के निर्देशन के अनुसार होगीं ।

प्रत्येक रविवार उसी 50 मिनट की अवधि के दौरान प्राथमिक होगी और इसमें गाने का समय और कक्षाएं शामिल हैं ।

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रविवार समय सारणी

रविवार सभा सारणी के संदर्भ में, गिरजे के वरिष्ठ मार्गदर्शक बहुत सालों से जागरूक रहे हैं कि हमारे कुछ महत्वपूर्ण सदस्यों के लिये, रविवार तीन-घंटे का समय गिरजे में कठिन हो सकता है । यह विशेषकर छोटे बच्चों के माता-पिता, प्राथमिक के बच्चों, बुजुर्ग सदस्यों, नये परिवर्तितों और अन्यों के लिये सच है ।2

लेकिन रविवार सभाघरों में समय को कम करने के अलावा इस सुधार में बहुत कुछ है । अध्यक्ष नेलसन ने आभार के साथ स्वीकार किया है कि पिछले निमंत्रणों के प्रति आपकी विश्वसनीयता के कारण बहुत कुछ प्राप्त किया गया है । वह, और गिरजे के समस्त मार्गदर्शक, माता-पिता, बच्चों, युवाओं, अविवाहितों, बुजुर्गों, नये परिवर्तितों, के लिये अधिक सुसमाचार आनंद लाने की इच्छा करते हैं, और उन के लिये जिन्हें प्रचारक घर-केंद्रीत, गिरजा-समर्थित संतुलित प्रयास के माध्यम से सुसमाचार सीखा रहे हैं । इस सुधार से संबंधित उद्देश्यों और आशीषों और हाल के अन्य परिवर्तनों में निम्न बातें शामिल हैं :

  • स्वर्गीय पिता और प्रभु यीशु मसीह में परिर्वतन को गहरा और उनमें विश्वास को सशक्त करना ।

  • लोगों और परिवारों को घर-केंद्रीत, गिरजा समर्पित पाठ्यक्रम के माध्यम से मजबूती देना जो सुसमाचार जीवन जीने को प्रोत्साहित करता है ।

  • प्रभु-भोज की विधि पर केंद्रीत होते हुए सब्त दिन का आदर करना ।

  • परदे के दोनों ओर स्वर्गीय पिता के सभी बच्चों को प्रचारक कार्यों द्वारा मदद करना और मंदिर की विधियों और अनुबंधों और आशीषों को प्राप्त करना ।

घर-केंद्रीत, गिरजा-समर्थित सुसमाचार शिक्षा

यह रविवार समय सारणी रविवार को घर में घरेलु संध्या और सुसमाचार अध्ययन के लिये अधिक समय उपलब्ध करता है, या अन्य समयों पर जैसे लोग और परिवार निर्धारित करते हैं । पारिवारिक गतिविधि शाम सोमवार या अन्य दिन की जा सकती हैं । इसलिय, मार्गदर्शकों को सोमवार शाम गिरजा सभाओं और गतिविधियों से मुक्त रखना जारी रखना चाहिए । हालांकि, घरेलु संध्या, सुसमाचार अध्ययन और व्यक्तियों और परिवारों के लिये गतिविधियों में बिताया गया समय उनकी निजी परिस्थितियों के अनुसार तय किया जा सकता है ।

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आओ, मेरे पीछे चलो, व्यक्ति और परिवारों के लिये

घर पर परिवारिक और निजी सुसमाचार अध्ययन अनुकूल पाठ्यक्रम और नये आओ, मेरे पीछे हो लो, व्यक्ति और परिवारों के लिये, द्वारा काफी बढ़ जाएगा, जोकि रविवार विद्यालय और प्राथमिक के पाठों के साथ तालमेल रखता है ।3 जनवरी में, गिरजे के युवा और वयस्क रविवार और प्राथमिक कक्षाएं नया नियम का अध्ययन करेंगी । आओ, मेरे पीछे चलो, व्यक्ति और परिवारों के लिये---में भी नया नियम शामिल होगा—जिसे सदस्यों को घर में सुसमाचार सीखने में मदद के लिये बनाया गया है । यह बताता है: “यह साधन गिरजे में प्रत्येक व्यक्ति और परिवार के लिये है । यह हमें सुसमाचार को बेहतर ढंग से समझने में मदद के लिये बनाया गया है—चाहे हम स्वयं पढ़े या हमारे परिवार के साथ । ... इस नये साधन में रूपरेखा सप्ताह के अनुसार बनाई गई हैं ।”4

नई प्राथमिक आओ, मेरे पीछे चलो के गिरजे में सीखाए जाने वाले पाठ उसी सप्ताहिक सारणी का पालन करेगी । वयस्क और युवा रविवार विद्यालय कक्षाएं पहले और तीसरे रविवार को तालमेल बनाएंगी ताकि वे आओ, मेरे पीछे चलो के घर के पाठ्यक्रम में साथ रहें । दूसरे और चौथे रविवार को, वयस्क पौरोहित्य और सहायता संस्था गिरजे के मार्गदर्शकों की शिक्षाओं का अध्ययन करना जारी रखेंगी, वर्तमान भविष्यक्ताओं के नवीन संदेश पर महत्व देते हुए ।5 युवतियां और हारूनी पौरोहित्य युवक उन रविवारों को सुसमाचार विषयों का अध्ययन करेंगे ।

नया घर अध्ययन साधन “पारिवारिक धर्मशास्त्र अध्ययन और पारिवारिक घरेलु संध्या के लिये सुझाव”6 देता है । प्रत्येक सप्ताह के लिये रूपरेखा में व्यक्तियों और परिवारों के लिये निजी और पारिवारिक अध्ययन सुझाव शामिल हैं । आओ, मेरे पीछे चलो, व्यक्ति और परिवारों के लिये में बहुत से चित्र भी हैं जो निजी और पारिवारिक शिक्षा को बढ़ाने में मदद करेगा, विशेषकर बच्चों के लिये ।7 यह नया साधन प्रत्येक परिवार को इस साल दिसंबर तक उपलब्ध करा दिया जाएगा ।

अध्यक्ष नेलसन ने, गिरजे के सदस्यों को अपने आरंभिक संबोधन में यीशु मसीह के द्वितीय आगमन के लिये तैयार होने के लिये अनुबंधित मार्ग पर चलने का आग्रह किया था ।8

संसार की परिस्थितियों में व्यक्तिगत परिवर्तन को गहरा करने और स्वर्गीय पिता और यीशु मसीह और उसके प्रायश्चित में विश्वास को सशक्त करने की अत्याधिक जरूरत है । प्रभु ने हमें, कठिन समयों के लिये जिनका हम आजकल सामना करते हैं, पंक्ति-दर-पंक्ति तैयार किया है । हाल के सालों में, प्रभु ने संबंधित मुख्य बातों पर विचार करने के लिये मार्गदर्शन किया है जिनमें शामिल हैं:

  • सब्त दिन और प्रभु-भोज की पवित्र विधियों का सम्मान करना जिन पर पिछले तीन वर्षों से दोबारा जोर दिया जा रहा है ।

  • धर्माध्यक्ष के निर्देशन में, एल्डरों की परिषदों और सहायता संस्थाओं को गिरजे9 के उद्देश्य के प्रति कंद्रीत होने और पवित्र अनुबंधों को बनाने और पालन करने में सदस्यों की मदद करना है ।

  • उच्च और पवित्र तरीके से सेवकाई करने को आनंदपूर्वक लागू किया गया है ।

  • आरंभ से ही अपने मुख्य उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए, मंदिर अनुबंध और परिवार इतिहास सेवा अनुबंधित मार्ग का उद्देश्यपूर्ण हिस्सा बन रही है ।

आज सुबह घोषित किया गया सुधार हमारे समय की चुनौतियों के लिये मार्गदर्शन का एक अन्य उदाहरण है ।

गिरजे के पारंपरिक पाठ्यक्रम ने रविवार गिरजा अनुभव पर जोर दिया है । हम जानते हैं कि जब हमारे पास अच्छी शिक्षा और अधिक आत्मिकरूप से तैयार कक्षा सदस्य हैं, तो हमारे पास बेहतर रविवार गिरजा अनुभव होंगे । हम आशीषित होते हैं कि अक्सर आत्मा गिरजे के परिप्रक्षेय में परिवर्तन को बढ़ाती और मजूबत करती है ।

नया घर-केंद्रीत और गिरजा-समर्थित पाठ्यक्रम अधिक प्रबलता से पारिवारिक धार्मिक अनुसरण और व्यवहार और व्यक्तिगत धार्मिक अनुसरण और व्यवहार को प्रभावित करता है । हम आत्मिक प्रभाव और गहरे और स्थाई परिवर्तन को जानते हैं जिसे घर में प्राप्त किया जा सकता है । सालों पहले, एक अध्ययन से साबित हुआ था कि युवकों और युवतियां के लिये पवित्र आत्मा का प्रभाव अक्सर घर में निजी धर्मशास्त्र अध्ययन और प्रार्थना के साथ आता है । हमारा उद्देश्य गिरजे और घर के अनुभव में इस प्रकार संतुलन रखना है जो विश्वास, आत्मिकता, और स्वर्गीय पिता और प्रभु यीशु मसीह के प्रति परिवर्तन को गहरा करे ।

इस सुधार के घर-केंद्रीत, गिरजा-समर्थित भाग में, प्रत्येक व्यक्ति और परिवार को प्रार्थनापूर्वक निर्णय लेना है कि कैसे और कब इसे उनकी परिस्थिति के अनुसार लागू किया जाएगा । उदाहरण के लिए, जबकि यह सभी परिवारों को अत्याधिक आशीष देगा, स्थानीय जरूरतों के अनुसार, अविवाहित युवाओं, अविवाहित वयस्कों, एकल माता/पिता, नये सदस्यों,10 और अन्य समूहों के लिये यह पूर्णरूप से उचित होगा कि रविवार की सामान्य आराधना से अलग सुसमाचार समाजिकता का मिलकर आनंद लेना और घर-केंद्रीत, गिरजा समर्थित स्रोतों को मिलकर अध्ययन करने द्वारा सशक्त होना । यह उनके द्वारा अनौपचारिक रूप से पूरा किया जाएगा जो इसकी इच्छा रखते हैं ।

संसार के बहुत से हिस्सों में, सामान्य रविवार सारणी के बाद लोग समाजिक संबंधों का आनंद लेने के लिये सभाघर में रूकना पसंद करते हैं । इस घोषणा में ऐसा कुछ नहीं है जो किसी भी तरह से मिलन-मिलाने के इस शानदार और श्रेष्ठ कार्य में रूकावट डाले ।

सदस्यों को सब्त के लिये तैयार होने में मदद के लिये, कुछ वार्डों को पहले ही इमेल, एसएमएस, या समाजिक मीडिया संदेश से सूचना भेज दी गई है । इस सुधार के परिणामस्वरूप, हम दृढ़ता से इस प्रकार के संदेशों को भेजना की सिफारिश करते हैं । इस प्रकार के निमंत्रण सदस्यों को उस सप्ताह की रविवार सभा की सारणी सहित अगली कक्षा के पाठ विषय की याद दिलाएंगे, और घर पर निरंतर सुसमाचार बातचीत का समर्थन करेंगे । इसके अतिरिक्त, रविवार को वयस्क सभाएं प्रत्येक सप्ताह गिरजे और घर के अध्ययन का संबंध स्थापित करने के लिये सूचना उपलब्ध कराएंगे ।

प्रशासनिक कार्यों के स्थान पर आत्मिक प्राथमिकताओं पर जोर डालने के लिये प्रभु-भोज सभा और कक्षा अवधि के लिये प्रार्थनापूर्वक विचार करने की आवश्यकता होगी । उदाहरण के लिये, घोषणाएं का अधिकतर भाग मध्यसप्ताह निमंत्रण से या छपे हुए कार्यक्रम से पूरा किया जा सकता है । जबकि प्रभु-भोज सभा में आरंभिक और समापन प्रार्थना, दूसरी सभा में केवल समापन प्रार्थना होनी चाहिए ।11

जैसा कि पहले बताया गया था, नई रविवार सारणी जनवरी 2019 से पहले आंरभ नहीं होगी । इसके कई कारण हैं । दो महत्वपूर्ण कारण हैं, पहला, आओ, मेरे पीछे चलो, व्यक्ति और परिवारों के लिये को बांटने के लिये समय चाहिए, और दूसरा, स्टेक अध्यक्षों और धर्माध्यक्षों को उस दिन अधिक वार्डों को मिलने के लक्ष्य के साथ सभा सारणी की व्यवस्था करने के लिये समय चाहिए ।

जैसा मार्गदर्शकों ने प्रकटीकरण चाहा है, प्रभु-भोज सभा को सशक्त करना, सब्त दिन का सम्मान करना, और माता-पिता और लोगों की उनके घरों को आत्मिक शक्ति और बढ़े हुए विश्वास का साधन—आनंद और सुख का स्थान बनाने में सहायता के लिये उन्हें पिछले कुछ सालों में यह मार्गदर्शन मिला है ।

असाधारण आशीषें

इन सुधारों का अंतिम-दिनों के संतों के यीशु मसीह के गिरजे के सदस्यों के लिये क्या अर्थ है ? हमें पूरा विश्वास है कि सदस्य अति महत्वपूर्ण तरीके से आशीषित होंगे । रविवार गिरजे और घर में सुसमाचार सीखने का दिन हो सकता है । जब लोग और परिवार परिवार परिषदों, परिवार इतिहास, सेवकाई, सेवा, निजी आराधना, और आनंददायक पारिवारिक समय में भाग लेंगे, तो सब्त दिन वास्तव में आनंद का दिन होगा ।

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कारवारलो परिवार

ब्राजील से एक परिवार है जो एक स्टेक के सदस्य हैं जहां आओ, मेरे पीछे चलो का परिक्षण किया गया था । पिता, फरनैंडो, एक सेवा से वापस-लौटा प्रचारक, अपनी पत्नी, नेन्सी के साथ चार युवा बच्चों के माता-पिता हैं, ने कहा था: “जब आओ, मेरे पीछे चलो कार्यक्रम हमारे स्टेक में आरंभ किया गया, तो मैं बहुत उत्साहित था, और मैंने सोचा ’जिस तरह से हम घर में धर्मशास्त्र अध्ययन करते हैं वह बदल जाएगा । ... इसने सच में हमारे घर में धर्मशास्त्रों की चर्चा करने में मदद की है । मेरी पत्नी और मुझे अध्ययन किए गए विषयों की अब बहुत अच्छी समझ है । ... इसने हमारी सहायता की ... हमारे सुसमाचार ज्ञान का विस्तार किया, हमारे विश्वास और गवाही को बढ़ाया । ... मैं अपनी गवाही देता हूं ... कि मैं जानता हूं कि यह प्रभु द्वारा प्रेरित है ताकि धर्मशास्त्रों में शामिल नियमों और सिद्धांतों का निरंतर और प्रभावशाली अध्ययन अधिक विश्वास, गवाही, और प्रकाश परिवारों में लाए ... बुरी तरह से पतित होते हुए संसार में ।”12

विश्व-भर में जहां इसका परिक्षण किया गया था, नए आओ, मेरे पीछे चलो घर के साधन को अत्याधिक अनुकूल प्रतिक्रिया मिली थी । बहुतों ने बताया कि वे धर्मशास्त्रों को पढ़ने से आगे बढ़कर वास्तव में धर्मशास्त्रों का अध्ययन करने लगे हैं । सामान्यत: यह भी महसूस किया गया कि अनुभव विश्वास बढ़ाने वाला था और वार्ड पर इसका अच्छा प्रभाव पड़ा था ।13

गहरा और स्थाई परिवर्तन

इन सुधारों का लक्ष्य वयस्कों और उभरती पीढ़ी का गहन और स्थाई परिवर्तन प्राप्त करना है । व्यक्ति और परिवार साधन का पहला पृष्ठ बताता है: “सुसमाचार शिक्षा और सीखाने का उद्देश्य हमारे परिवर्तन को गहरा करना और यीशु मसीह समान बनने में हमारी मदद करना है । ... इसका अर्थ हमारे हृदयों के परिवर्तन के लिये मसीह पर भरोसा करना ।”14 इसमें कक्षा से बाहर किसी व्यक्ति के हृदय और घर में पहुंचने से सहायता मिलती है । इसमें सुसमाचार समझने और जीने के लिये प्रतिदिन प्रयास करने की आवश्यकता होती हैं । सच्चे परिवर्तन के लिये पवित्र आत्मा के प्रभाव की आवश्यकता होती है ।”15

गहरे और स्थाई परिवर्तन का अति महत्वपूर्ण लक्ष्य और सर्वश्रेष्ठ आशीष योग्यता से अनुबंधित मार्ग के अनुबंधों और विधियों को प्राप्त करना है ।16

इन सुधारों को लागू करने के लिये हम आप से मिलकर सलाह करने और प्रकटीकरण प्राप्त करने का भरोसा करते हैं—जबकि लक्ष्य से परे देखने या व्यक्तियों या परिवारों को कार्य करने के लिये बाध्य करने से बचें । अतिरिक्त सूचना आने वाले पत्र-व्यवहारों, में की जाएगी, जैसे प्रथम अध्यक्षता पत्र और संलग्न ।

मैं आपको गवाही देता हूं कि मंदिर में प्रथम अध्यक्षता और बारह प्रेरितों की परिषद सभाओं में, और इसके पश्चात हमारे प्रिय भविष्यवक्ता की प्रभु से की गई याचना के जवाब में इन सुधारों को लागू करने के लिये प्रभावशाली पुष्टिकरण प्राप्त किया गया था । रसल एम. नेलसन हमारे जीवित अध्यक्ष और भविष्यवक्ता हैं । आज की गई घोषणाओं के परिणामस्वरूप उनके लिये अत्याधिक आशीषें आएंगी जो उत्साहित होकर इन सुधारों को अपनाते और पवित्र आत्मा के मार्गदर्शन पाने का प्रयास करते हैं । हम हमारे स्वर्गीय पिता और हमारे प्रभु और उद्धारकर्ता, यीशु मसीह, के निकट आएंगे, जिनकी मैं दृढ़ता पूर्वक गवाही देता हूं । यीशु मसीह के नाम में, आमीन ।

विवरण

  1. Russell M. Nelson, “Opening Remarks,” Liahona, Nov. 2018, 8.

  2. हम यह भी जानते हैं कि, समाज में बड़ी संख्या में, सूचना, शिक्षा और यहां तक कि मनोरंजन के लिए कार्यक्रमों की विशाल बहुमत काफी कम हो गया है ।

  3. यह पाठ्यक्रम डिजिटल और प्रिंट दोनों में उपलब्ध होगा ।

  4. Come, Follow Me—For Individuals and Families (2019), vi.

  5. See “Come, Follow Me—For Elders Quorum and Relief Society,” Liahona, May 2018, 140. Instead of the second and third Sundays, general conference messages will be discussed on the second and fourth Sundays.

  6. See Come, Follow Me—For Individuals and Families, 4. व्यक्तियों और परिवारों का निर्धारण है कि घर के सुसमाचार अध्ययन, घर की शाम और पारिवारिक गतिविधियों का कौन सा हिस्सा पारिवारिक घरेलु संध्या होगी (जो कि पहले से ही घरेलु संध्या कहलाती है)। क्योंकि व्यक्तियों और परिवारों को यह दृढ़ संकल्प होगा, घरेलु संध्या और पारिवारिक घरेलु संध्या को घोषणा की गई समायोजन में एक दूसरे के रूप में इस्तेमाल किया गया है । Come, Follow Me—For Individuals and Families, 3.

  7. See Come, Follow Me—For Individuals and Families, 29.

  8. See Russell M. Nelson, “As We Go Forward Together,” Liahona, Apr. 2018, 7.

  9. See Handbook 2: Administering the Church (2010), 2.2. दिव्य नियुक्त जिम्मेदारियों में “सदस्यों को यीशु मसीह के सुसमाचार को जीने, प्रचाकर कार्य के माध्यम से इस्राएल को इकट्ठा करना, गरीबों और जरूरतमंदों की देखभाल करना, और मंदिरों का निर्माण करके और प्रतिनिधि विधियां करके मृतकों के उद्धार को सक्षम करना शामिल है।” सिद्धांत और अनुबंध 110 देखें, जिसमें आवश्यक कुंजी की पुनास्थापना का वर्णन शामिल है।

  10. उन बच्चों पर विशेष ध्यान दें जिनके माता-पिता सदस्य नहीं हैं या नियमित रूप से गिरजे में शामिल नहीं होते हैं । एकल और अन्य परिवार के साथ भी मिल सकते हैं यदि यह सभी संबंधित लोगों के लिए लाभदायक है ।

  11. आरंभिक अभ्यास आमतौर पर दूसरी सभा का हिस्सा नहीं होंगे ।

  12. फरनैंडो और नैन्सी द कारवारलो परिवार, ब्राजील ।

  13. पायलट परीक्षण में शामिल व्यक्तियों और परिवारों ने औसतन सुसमाचार का अध्ययन किया और घर में अधिक सार्थक शास्त्र अध्ययन और सुसमाचार चर्चाएं की। उन्होंने परिवार और वार्ड सदस्यों के साथ अधिक अनौपचारिक सुसमाचार चर्चाओं की सूचना दी और उनके परिवारों के रूप में शास्त्रों के उसी ब्लॉक का अध्ययन करने की सराहना की। यह युवाओं के लिए विशेष रूप से सच था ।

  14. Come, Follow Me—For Individuals and Families, v; see also 2 Corinthians 5:17.

  15. Come, Follow Me—For Individuals and Families, v.

  16. See Russell M. Nelson, “As We Go Forward Together,” 7.