2010–2019
परिवर्तन में मॉरमन की पुस्तक की भूमिका
अक्टूबर 2018


परिवर्तन में मॉरमन की पुस्तक की भूमिका

हम अंतिम बार इस्राएल को एकत्रित कर रहे हैं और ऐसा मॉरमन की पुस्तक के साथ कर रहे हैं, यह परिवर्तन के अति-महत्वपूर्ण साधनों में से एक है ।

आज बहुत से लोग परमेश्वर की सच्चाई और उसके साथ हमारे संबंध पर आश्चर्य करते हैं । बहुत से सुख की उसकी महान योजना के बारे कम या बिलकुल नहीं जानते । तीस साल पहले, अध्यक्ष एज्रा टाफ्ट बेनसन ने महसूस किया था कि “संसार के अधिकतर लोग ... आज उद्धारकर्ता की दिव्यता को अस्वीकार करते हैं । वे उसके चमत्कारी जन्म, उसके परिपूर्ण जीवन, और उसके महिमापूर्ण पुनरुत्थान की सच्चाई पर प्रश्न करते हैं ।”1

हमारे समय में, प्रश्न न केवल उद्धारकर्ता पर केंद्रित होते हैं बल्कि उसके गिरजे—अंतिम-दिनों के संतों का यीशु मसीह गिरज पर भी—जिसे उसने भविष्यवक्ता जोसफ स्मिथ द्वारा पुनास्थापित किया था । ये प्रश्न अक्सर उद्धारकर्ता के गिरजे के इतिहास, शिक्षाओं, या प्रथाओं पर केंद्रित होते हैं ।

मॉरमन की पुस्तक हमारी गवाही के विकास में मदद करती है

मेरा सुसमाचार प्रचार करो से, हम पढ़ते हैं: “याद रखें कि [स्वर्गीय पिता और सुख की उसकी योजना] की हमारी समझ आधुनिक भविष्यवक्ताओं---जोसफ स्मिथ और उसके उत्तराधिकारियों से आती है—जो परमेश्वर से सीधे प्रकटीकरण प्राप्त करते हैं । इसलिये, पहला प्रश्न किसी को पूछना चाहिए कि क्या जोसफ स्मिथ भविष्यवक्ता था, और वह इस प्रश्न का उत्तर मॉरमन की पुस्तक पढ़कर और प्रार्थना के द्वारा प्राप्त कर सकता/सकती है ।”2

भविष्यवक्ता जोसफ स्मिथ की दिव्य नियुक्ति की मेरी गवाही मॉरमन की पुस्तक: यीशु मसीह का अन्य नियम का प्रार्थनापूर्वक अध्ययन करने से मजबूत हुई है । मैंने मोरोनी के निमंत्रण पर “मसीह के नाम में, अनंत पिता, परमेश्वर से पूछा,” मॉरमन की पुस्तक की सच्चाई जानने के लिये कार्य किया था।3 मैं गवाही देता हूं कि मैं जानता हूं यह सच्ची है । यह ज्ञान मुझे “पवित्र आत्मा की शक्ति के द्वारा मिला है,” और यह आपको भी मिल सकता है ।4

मॉरमन की पुस्तक का परिचय बताता है: “जो पवित्र आत्मा से [मॉरमन की पुस्तक की] दिव्य गवाही को प्राप्त करते हैं, वे उसी शक्ति के द्वारा यह भी जानेंगे कि यीशु मसीह ही संसार का उद्धारकर्ता है, कि जोसफ स्मिथ इन अंतिम दिनों में उसका प्रकटकर्ता और भविष्यवक्ता है, और कि अंतिम-दिनों के संतों का यीशु मसीह का गिरजा पृथ्वी पर एक बार फिर से स्थापित प्रभु का राज्य, मसीहा के द्वितीय आगमन की तैयारी है ।”5

चिली जाते हुए युवा प्रचारक के रूप में, मैंने मॉरमन की पुस्तक की परिवर्तन करने के शक्ति के बारे में प्रभावशाली पाठ सीखा था । एक व्यक्ति—मैं उसे श्रीमान गोन्जालेज बोलूंगा—अपने गिरजे में कई वर्षों से सम्मानजनक पद पर था । उसने धर्मशास्त्र में डिग्री सहित व्यापक धार्मिक शिक्षा प्राप्त की थी । उसे अपने बाइबिल के ज्ञान पर बहुत घमंड था । यह हमें स्पष्ट था कि वह धार्मिक विद्वान था ।

वह अंतिम-दिनों के संत प्रचारकों के विषय में बहुत अच्छी तरह जानता था क्योंकि उसने उन्हें उसके शहर लीमा, पेरु में कार्य करते देखा था । वह हमेशा उनसे मिलना चाहता था ताकि वह उन्हें बाइबिल के विषय में सीखा सके ।

एक दिन, लगभग स्वर्ग से उपहार के समान, जैसा उसने सोचा था, दो प्रचारकों ने उसे सड़क में रोका और पूछा क्या वे उसके साथ धर्मशास्त्र साझा करने के लिये उसके घर आ सकते हैं । यह उसके सपने का सच होने जैसा था ! उसकी प्रार्थनाओं का उत्तर मिल गया था । अंतत:, वह इन भटके हुए युवकों को सही रहा दिखा सकता था । उसने कहा कि वह उनके साथ अपने घर पर धर्मशास्त्र पर चर्चा करके खुश होगा ।

वह उनके साथ मिलने के लिये बहुत उत्सुक था । वह उनके विश्वास का बाइबिल से खंडन करने के लिये तैयार था । उसे भरोसा था कि बाइबिल स्पष्टरूप और जोरदार तरीके से उनकी शिक्षाओं की गलती दिखाएगी । नियत समय आया, और प्रचारकों ने उसका दरवाजा खटखटाया । वह उतेजित था । वह क्षण आखिरकार आ गया था ।

उसने दरवाजा खोला और प्रचारकों से अपने घर में आने को कहा । एक प्रचारक ने उसे नीली पुस्तक दी और ईमानदार गवाही दी कि एल्डर जानता था कि पुस्तक में परमेश्वर के वचन हैं । दूसरे प्रचारक ने पुस्तक के बारे में अपनी प्रभावशाली गवाही जोड़ी, कहते हुए कि इसका अनुवाद परमेश्वर के आधुनिक भविष्यवक्ता, जोसफ स्मिथ द्वारा किया गया था, और कि यह मसीह के बारे में शिक्षा देती है । प्रचारकों ने उससे विदा ली और उसके घर से चले गए ।

श्रीमान गोन्जालेज बहुत निराश हुए । लेकिन उसने पुस्तक को खोला और इसके पृष्ठों को पढ़ना आरंभ किया । उसने पहला पृष्ठ पढ़ा । वह एक पृष्ठ के बाद दूसरा पृष्ठ पढ़ता गया और अगले दिन दोपहर तक नहीं रूका । उसने पूरी पुस्तक पढ़ी ली और जान गया कि वह सच्ची थी । वह समझ गया था कि उसे क्या करना था । उसने प्रचारकों को बुलाया, पाठों को प्राप्त किया, और अपना पूराना जीवन छोड़कर अंतिम-दिनों के संतों का यीशु मसीह का गिरजा का सदस्य बन गया ।

यह भला व्यक्ति प्रोवो, युटाह में मेरा एमटीसी अध्यापक था । भाई गोन्जालेज की परिवर्तन कहानी और मॉरमन की पुस्तक की शक्ति ने मुझ पर बहुत प्रभाव डाला था ।

जब मैं चिली पहुंचा, तो मेरे मिशन अध्यक्ष, अध्यक्ष रोएडेन जे. ग्लेड, ने हमें प्रत्येक सप्ताह जोसफ स्मिथ--इतिहास में लिखी भविष्यवक्ता जोसफ स्मिथ की गवाही पढ़ने का निमंत्रण दिया । उन्होंने हम सीखाया कि प्रथम दिव्यदर्शन की गवाही का सीधा प्रभाव सुसमचार और मॉरमन की पुस्तक की हमारी स्वयं की गवाही पर पड़ेगा ।

मैंने उनके निमंत्रण को गंभीरता से लिया । मैंने प्रथम दिव्यदर्शन का वर्णन पढ़ा; मैंने मॉरमन की पुस्तक पढ़ी । मैंने मोरोनी द्वारा निर्देशित प्रार्थना की और पूछा “परमेश्वर, अनंत पिता, यीशु मसीह के नाम में”6 क्या मॉरमन की पुस्तक सच्ची थी । आज मैं गवाही देता हूं कि मैं जानता हूं मॉरमन की पुस्तक, जैसा भविष्यवक्ता जोसफ स्मिथ ने कहा था, “मॉरमन की पुस्तक पृथ्वी पर किसी भी अन्य पुस्तक से अधिक सही थी, और हमारे धर्म का मुख्य सिद्धांत, है, और किसी अन्य पुस्तक के स्थान पर, इसके आदेशों का पालन करके मनुष्य परमेश्वर के अधिक निकट होगा ।” 7 भविष्यवक्ता जोसफ स्मिथ ने यह घोषणा भी की थी: “मॉरमन की पुस्तक और प्रकटीकरणों को हटा दो, और हमारा धर्म कहां है ? हम कुछ नहीं हैं ।”8

व्यक्तिगत परिवर्तन

जब हम अपने विषय में और मॉरमन की पुस्तक के उद्देश्यों के बारे बेहतर समझते हैं, तो हमारा परिवर्तन गहरा और अधिक निश्चित हो जाता है । परमेश्वर के साथ बनाए अनुबंधों का पालन करके हम अपने समर्पण में मजबूत होते हैं ।

मॉरमन की पुस्तक का मुख्य उद्देश्य बिखरे हुए इस्राएल को एकत्रित करना है । यह एकत्रित होना परमेश्वर के प्रत्येक बच्चे को अनुबंध के मार्ग पर प्रवेश करने और, उन अनुबंधों का पालन करने के द्वारा, पिता की उपस्थिति में वापस लौटने का मौका देता । जब हम परिवर्तित को पश्चाताप सीखाते और बपतिस्मा देते हैं, तो बिखरे हुए इस्राएल को एकत्रित करते हैं ।

मॉरमन की पुस्तक में इस्राएल के घराने के 108 संदर्भ हैं । मॉरमन की पुस्तक के आरंभ में, नफी सीखाता है, “क्योंकि मेरी पूर्ण इच्छा है कि मैं लोगों से आग्रह करूं कि वे इब्राहीम के परमेश्वर, और इसहाक के परमेश्वर, और याकूब के परमेश्वर के पास आएं, और बचाए जाएं ।”9 इब्राहीम, इसहाक, और याकूब का परमेश्वर यीशु मसीह, पूराने नियम का परमेश्वर है । हम बचाए जाते हैं जब हम उसके जीवित सुसमाचार के माध्यम से मसीह के पास आते हैं ।

बाद में, नफी ने लिखा:

“हां, मेरे पिता ने अन्य जातियों के संबंध में बहुत बातें की, और इस्राएल के घराने के संबंध में भी, कि उनकी तुलना जैतून के वृक्ष से की जानी चाहिए, जिसकी शाखाएं तोड़ी जाएंगी और संपूर्ण पृथ्वी पर बिखेर दी जाएंगी ।  ...

“और इस्राएल के घराने के बिखरने के पश्चात वे फिर से एकत्रित किये जाएंगे; या, अंत में, अन्य जातियों को सुसमाचार की परिपूर्णता मिल जाएगी, तब जैतून की प्राकृतिक शाखाएं, या इस्राएल के घराने के अवशेषों की कलम को लगाया जाएगा, या सच्चे मसीहा, अपने प्रभु और अपने मुक्तिदाता का ज्ञान पाएंगे ।”10

इसीप्रकार, मॉरमन की पुस्तक के अंत में, भविष्यवक्ता मोरोनी हमें हमारे अनुबंधों को याद कराता है, कहते हुए, “कि तुम हैरान न रह सको, हे इस्राएल के घराने, कि अनंत पिता के वे अनुबंध पूरे हो सकें जिन्हें उसने तुम्हारे साथ बनाया है ।”11

अनंत पिता के अनुबंध

“अनंत पिता के अनुबंध” क्या हैं जिन्हें मोरोनी ने संदर्भ किया था ? हम इब्राहीम की पुस्तक में पढ़ते हैं:

“मेरा नाम यहोवा है, और मैं अंत से आरंभ तक जानता हूं; इसलिये मेरा हाथ तुम्हारे ऊपर रहेगा ।

“और मैं तुम्हें एक विशाल राष्ट्र बनाऊंगा, और मैं तुम्हें बहुत अधिक आशीष दूंगा, और तुम्हारा नाम सब राष्ट्रों में महान होगा, और तुम अपने पश्चात अपने वंश के लिये आशीष ठहरोगे, कि वे अपने हाथों में इस सेवकाई और पौरोहित्य को धारण करेंगे सब राष्ट्रों के लिये ।” 12

हाल के विश्व-व्यापी प्रसारण में अध्यक्ष रसल एम. नेलसन ने सीखाया था कि “ये सच में अंतिम दिन हैं, और प्रभु इस्राएल एकत्रित करने के अपने कार्य में शीघ्रता कर रहा है । यह एकत्रित किया जाना आज पृथ्वी पर अति महत्वपूर्ण कार्य है । इसकी विशालता की तुलना कोई नहीं कर सकता, इसके महत्व की तुलना कोई नहीं कर सकता, इसकी महिमा की तुलना कोई नहीं कर सकता । और यदि आप चयन करते हैं, यदि आप चाहते हैं तो आप इसका एक बड़ा हिस्सा हो सकते हो । आप किसी बड़े कार्य का बड़ा हिस्सा हो सकते हो, कुछ शानदार, कुछ महिमापूर्ण !

“जब हम एकत्रित होने की बात करते हैं, तो हम स्पष्टरूप से इस मूलभूत सच्चाई को कहते हैं: हमारे स्वर्गीय पिता का प्रत्येक बच्चा, परदे के दोनों ओर, यीशु मसीह का पुनास्थापित सुसमचार के संदेश को सुनने के पात्र है । वे स्वयं निर्णय लेंगे यदि वे अधिक जानना चाहते हैं ।”13

अंतिम-दिनों के संतों का यीशु मसीह के गिरजे के सदस्यों के रूप में हम यह कार्य कर रहे हैं: हम संसार में यीशु मसीह के सुसमाचार की समझ—और परिवर्तन लाने का प्रयास कर रहे हैं । हम “अंतिम-दिनों के एकत्रित करने वाले हैं ।”14 हमारा लक्ष्य स्पष्ट है । भाइयों और बहनों, आओ हम उनके समान जाने जाएं जिन्होंने मोरोनी की प्रतिज्ञा को हृदय से लगाया, प्रार्थना की और उत्तर प्राप्त किया कि मॉरमन की पुस्तक सच्ची है, और फिर उस ज्ञान को दूसरों के साथ शब्दों में, और अति-महत्वपूर्ण अपने कामों से साझा करें ।

परिवर्तन में मॉरमन की पुस्तक की भूमिका

मॉरमन की पुस्तक में यीशु मसीह के सुसमाचार की परिपूर्णता है; 15 यह हमें पिता के साथ अनुबंधों की ओर ले जाती है, जिनका यदि पालन किया जाता है तो हम उसके महानत्तम उपहार—अनंत जीवन प्राप्त करेंगे ।16 मॉरमन की पुस्तक स्वर्गीय पिता के बेटों और बेटियों के लिये प्रमुख है ।

फिर से अध्यक्ष नेलसन का उद्धरण करते हुए: “जब आप ... मॉरमन की पुस्तक से प्रतिदिन पढ़ते हैं, तो आप एकत्रित करने के सिद्धांत, यीशु मसीह, उसके प्रायश्चित, और उसके सुसमाचार की परिपूर्णता के बारे में सीखते हैं जो बाइबिल में नहीं मिलती है । मॉरमन की पुस्तक इस्राएल के एकत्रित होने में मुख्य है । असल में, यदि मॉरमन की पुस्तक नहीं होती, तो प्रतिज्ञा किया गया इस्राएल का एकत्रित होना नहीं होता ।”17

मैं उद्धारकर्ता के वचनों के साथ समाप्त करूंगा जो उसने प्रतिज्ञा की गई आशीषों के बारे में सीखाया था: “और देखो, तुम भविष्यवक्ताओं की संतान हो; और तुम इस्राएल का घराना हो; और तुम उस अनुबंध में हो जिसे पिता ने तुम्हारे पूर्वजों से बनाया था, इब्राहीम से यह कहते हुए: और तुम्हारे वंश के द्वारा पृथ्वी की सारी जातियां आशीषित होंगी ।”18

मैं गवाही देता हूं कि हम परमेश्वर के बेटे और बेटियां, इब्राहीम के वंशज, इस्राएल के घराने के हैं । हम अंतिम बार इस्राएल को एकत्रित कर रहे हैं और ऐसा मॉरमन की पुस्तक के साथ कर रहे हैं—यह पुस्तक जिसमें प्रभु की आत्मा शामिल है, परिवर्तन का अति-महत्वपूर्ण साधन है । हमारा नेतृत्व परमेश्वर के भविष्यवक्ता रसल एम. नेलसन द्वारा होता है, जो हमारे समय में इस्राएल के एकत्रित होने का निर्देशन कर रहे हैं । मॉरमन की पुस्तक सच्ची है । इसने मेरा जीवन बदला है । मैं प्रतिज्ञा करता हूं, जैसा मोरोनी और बहुत से भविष्यवक्ताओं ने सदियों से कहा है, कि यह आपका जीवन बदल सकती है ।19 यीशु मसीह के नाम में, आमीन ।

विवरण

  1. Teachings of Presidents of the Church: Ezra Taft Benson (2014), 129.

  2. What Is the Role of the Book of Mormon?” Preach My Gospel: A Guide to Missionary Service, rev. ed. (2018), lds.org/manual/missionary.

  3. मोरोनी 10:4

  4. मोरोनी 10:4

  5. मॉरमन की पुस्तक का परिचय

  6. मोरोनी 10:4

  7. मॉरमन की पुस्तक का परिचय

  8. Teachings of Presidents of the Church: Joseph Smith (2007), 196.

  9. 1 नफी 6:4

  10. 1 नफी 10:12, 14

  11. मोरोनी 10:31

  12. इब्राहिम 2:8–9

  13. Russell M. Nelson, “Hope of Israel” (worldwide youth devotional, June 3, 2018), 4, HopeofIsrael.lds.org.

  14. देखें याकूब 5:72

  15. President Ezra Taft Benson taught: “The Lord Himself has stated that the Book of Mormon contains the ‘fulness of the gospel of Jesus Christ’ (D&C 20:9). That does not mean it contains every teaching, every doctrine ever revealed. Rather, it means that in the Book of Mormon we will find the fulness of those doctrines required for our salvation. And they are taught plainly and simply so that even children can learn the ways of salvation and exaltation” (Teachings: Ezra Taft Benson, 131).

  16. देखें सिद्धांत और अनुबंध 14:7

  17. Russell M. Nelson, “Hope of Israel,” 7.

  18. 3 नफी 20:25

  19. See, for example, Henry B. Eyring, “The Book of Mormon Will Change Your Life,” Liahona, Feb. 2004, 12–16.