2010–2019
गवाह, हारूनी पौरोहित्य परिषदें और युवतियों की कक्षाएं
अक्टूबर 2019 महा सम्मेलन


गवाह, हारूनी पौरोहित्य परिषदें और युवतियों की कक्षाएं

जो बदलाव अभी बताए जाएंगे, युवकों और युवतियों को उनके पावन व्यक्तिगत संभावना के विकास में मदद करने के लिये हैं ।

प्रिय भाइयों और बहनों, महा सम्मेलन में आप के साथ होना बहुत शानदार है । कल, गिरजे के सदस्यों को बपतिस्मे और मुहरबंदी विधियों के बदलाव संबंध घोषणाएं की गई थी कि कौन इनमें गवाह के रूप में कार्य कर सकता है । मैं उन तीन बातों पर जोर देना चाहता हूं जिन्हें पिछले हफ्ते घोषित किया गया था ।

  1. मृतक के लिये प्रतिनिधि बपतिस्मा किसी के द्वारा भी किया जा सकता है जिसके पास मंदिर संस्तुति है, सीमित-उपयोग संस्तुति सहित ।

  2. कोई भी वृतिदान प्राप्त सदस्य जिसके पास वैध मंदिर संस्तुति है मुहरबंदी विधि में गवाह के रूप में कार्य कर सकता है, जीवित और प्रतिनिधि दोनों के लिये ।

  3. गिरजे का कोई भी बपतिस्मा प्राप्त सदस्य जीवित व्यक्ति के बपतिस्मे में गवाह के रूप में कार्य कर सकता है । यह बदलाव मंदिर के अलावा प्रत्येक बपतिस्मे पर लागू होता है ।

ये नीतिगत बदलाव प्रक्रिया संबंधी हैं । मूलभूत सिद्धांत और अनुबंधों में कोई बदलाव नहीं हैं । ये सभी विधियों में समानरूप से प्रभावी हैं । इन बदलावों को विधियों में पारिवारिक भागदारी को अत्याधिक रूप से बढ़ावा दिया जाना चाहिए ।

इस मौके पर मैं आप से उन बदलावों के बारे में बोलना चाहता हूं जो हमारे युवाओं और उनके मार्गदर्शकों के संबंध में है ।

आपको याद होगा कि मैं अंतिम-दिनों के संतों के यीशु मसीह के गिरजे के युवाओं को वर्तमान में पृथ्वी पर सबसे बड़े अभियान—इस्राएल को एकत्रित करना, में भाग लेने के लिये प्रभु के युवा समूह में शामिल होने का निमंत्रण दिया है ।1 मैंने हमारे युवाओं को यह निमंत्रण दिया था क्योंकि उनके पास दूसरों तक पहुंचने और जो वे विश्वास करते हैं उसे दृढ़ता से बांटने का अद्वितीय उपहार है । एकत्रित करने का यह अभियान संसार और इसके लोगों को प्रभु के द्वितीय आगमन के लिये तैयार करने में मदद का एक आवश्यक हिस्सा है ।

प्रत्येक वार्ड में, प्रभु का युवा समूह का मार्गदर्शन धर्माध्यक्ष, परमेश्वर के समर्पति सेवक द्वारा होता है । अपने वार्ड में उसकी पहली और मुख्य जिम्मेदारी युवकों और युवतियों की देख-भाल करना है । धर्माध्यक्ष और उसके सलाहकार वार्ड में हारूनी पौरोहित्य और युवतियों की कक्षाओं कार्य का निर्देशन करते हैं ।

जो बदलाव अब बताए जाएंगे, युवकों और युवतियों को उनके पावन व्यक्तिगत संभावना के विकास में मदद करने के लिये हैं । हम हारूनी पौरोहित्य परिषदों और युवतियों की कक्षाओं को मजबूती और धर्माध्यक्षों और अन्य वयस्क मार्गदर्शकों प्रोत्साहन भी देना चाहते हैं जब वे भावी पीढ़ी की सेवा करते हैं ।

एल्डर क्वेंटिन एल. कुक अब युवकों के संबंध में बदलावों की चर्चा करेंगे । और आज शाम, महा सम्मेलन के महिलाओं के सत्र में, बहन बोनी एच. कॉरडॉन, युवतियों की महा अध्यक्षा, उन बदलावों की चर्चा करेंगी जो युवतियों के संबंध में हैं ।

प्रथम अध्यक्षता और बारह हमारे युवाओं को मजबूती देने वाले इन प्रयासों के समर्थन में एकजुट हैं । हम उनसे अत्याधिक प्रेम करते और उनके लिये प्रार्थना करते हैं । वे “इस्राएल की आशा, सिय्योन की सेना, प्रतिज्ञा किए गए बच्चे” हैं ।2 हम अपने युवाओं में संपूर्ण भरोसा और उनके प्रति अपना आभार व्यक्त करते हैं । यीशु मसीह के पवित्र नाम में, आमीन ।

विवरण

  1. See Russell M. Nelson, “Hope of Israel” (worldwide devotional for youth, June 3, 2018), HopeofIsrael.ChurchofJesusChrist.org.

  2. “Hope of Israel,” Hymns, no. 259.