महा सम्मेलन
मंदिर अनुबंधों के कारण सब ठीक हो जाएगा
अप्रैल 2024 महा सम्मेलन


मंदिर अनुबंधों के कारण सब ठीक हो जाएगा

जो अनुबंध आपने मंदिर में बनाए हैं या बनाएंगे उनका पालन करने से अधिक महत्वपूर्ण कुछ नहीं है।

मेरे प्यारे भाइयों और बहनों, महा सम्मेलन का यह सत्र मेरे लिए एक पवित्र समय रहा है। मैं दुनिया भर के लाखों अंतिम-दिनों के संतों और हमारे मित्रों का संबोधन करने की जिम्मेदारी दिए जाने का आभारी हूं। मैं आपसे प्यार करता हूं, और मैं जानता हूं कि प्रभु आपसे प्यार करता है।

लगभग 50 साल पहले, मुझे रिक्स कॉलेज, रेक्सबर्ग, आइडाहो में अध्यक्ष के रूप में सेवा करने का सौभाग्य मिला था। 5 जून1976 की सुबह मेरी पत्नी, कैथी और मैं किसी करीबी दोस्त की मुहरबंदी में भाग लेने रेक्सबर्ग से आइडाहो फॉल्स आइडाहो मंदिर गए थे। बेशक, उस समय हमारे परिवार में चार छोटे बेटों के होते हुए, हमारी मंदिर यात्रा केवल किसी साहसी आया की मदद से ही पूरी की जा सकती थी! हमने अपने अनमोल बच्चों को उसकी देखरेख में छोड़ दिया और छोटी, 30 मिनट की ड्राइव की।

उस दिन मंदिर में हमारा अनुभव अद्भुत था, जैसा कि हमेशा होता था। हालांकि, मंदिर मुहरबंदी के समापन के बाद—और जब हम घर लौटने की तैयारी कर रहे थे—हमने देखा कि कई मंदिर कार्यकर्ता और संरक्षक मंदिर की लॉबी में घबराहते हुए बातचीत कर रहे थे। कुछ ही क्षणों में, मंदिर के कार्यकर्ताओं में से एक ने हमें बताया कि पूर्वी आइडाहो में नवनिर्मित टेटन बांध ढह गया था! 80 बिलियन गैलन (300 मिलियन क्यूबिक मीटर) से अधिक पानी बांध की आसपास की घाटियों के 300 वर्ग मील (775 वर्ग किमी) में बहने लगा था। रेक्सबर्ग शहर का अधिकांश हिस्सा पानी में डूबा गया था, बहुत से घर और वाहन बाढ़ के पानी से बहा गए थे। 9,000 निवासियों में से दो-तिहाई एकाएक बेघर हो गए थे।1

जैसा कि आप कल्पना कर सकते हैं, हम अपने प्रिय बच्चों, सैकड़ों कॉलेज के छात्रों और विभागों, और समुदाय के लोगों की सुरक्षा को लेकर चिंतित थे। हम घर से 30 मील (50 किमी) से भी कम दूरी पर थे, और उस समय मोबाइल फोन और टेक्स्ट मैसेजिंग करके अपने बेटों से तुरंत बात करने जैसा कोई साधन हमारे पास नहीं था, न ही हम आइडाहो फॉल्स से गाड़ी लेकर रेक्सबर्ग जा सकते थे, क्योंकि सभी सड़कें बंद कर दी गई थी।

हमारा एकमात्र विकल्प आइडाहो फॉल्स के किसी स्थानीय होटल में रात बिताना था। कैथी और मैंने अपने होटल के कमरे में एक साथ घुटने टेके और इस दुखद घटना से प्रभावित हमारे प्रिय बच्चों और हजारों अन्य लोगों की सुरक्षा के लिए स्वर्गीय पिता से विनम्र प्रार्थाना की थी। मुझे याद है कि कैथी सुबह-सुबह फर्श पर चहल-कदमी कर रही थी, वह चिंतित थी और बहुत कम या बिलकुल नहीं सो पाई थी। अपनी स्वयं की चिंताओं के बावजूद, मैं अपने मन को दिलासा देकर अंततः सो गया था।

मुझे सोए अधिक समय नहीं हुआ था कि मेरी प्रिय अनंत साथी ने मुझे जगाया और पूछा, “हॉल, आप ऐसे समय में कैसे सो सकते हैं?”

ये शब्द तब मेरे हृदय और मन में स्पष्ट रूप से आ गए। मैंने अपनी पत्नी से कहा: “कैथी, परिणाम चाहे जो भी हो, मंदिर के कारण सब ठीक हो जाएगा। हमने परमेश्वर के साथ अनुबंध बनाए हैं और एक अनन्त परिवार के रूप में मुहरबंद किए गए हैं।”

उस समय, यह ऐसा था मानो प्रभु की आत्मा ने हमारे हृदय और मन में उस बात की पुष्टि की थी जिस की सच्चाई हम दोनों पहले से ही जानते थे: मुहरबंदी की विधियां, जो केवल प्रभु के भवन में पाई जाती हैं और उचित पौरोहित्य अधिकार द्वारा संपन्न होती हैं, ने हमें पति और पत्नी के रूप में एक साथ मुहरबंद किया था, और हमारे बच्चों को हमारे साथ मुहरबंद किया था। वास्तव में डरने की कोई आवश्यकता नहीं थी, और हम प्रभु के आभारी थे कि हमारे बेटे सुरिक्षत थे।

शायद अध्यक्ष थॉमस एस. मॉनसन का यह कथन सबसे अच्छी तरह दिखाता है कि कैथी और मैंने उस यादगार रात क्या महसूस किया था। “जब हम मंदिर में जाते हैं, तो हम आत्मिकता और शांति की भावना महसूस कर सकते हैं। … हम उद्धारकर्ता के शब्दों का सही अर्थ समझेंगे जब उसने कहा था: ‘मैं तुम्हें शांति दिए जाता हूं, अपनी शांति तुम्हें देता हूं। … तुम्हारा मन व्याकुल न हो, और न भयभीत हो [यूहन्ना 14:27]।’”2

मैं हर बार पवित्र मंदिर में प्रवेश करते ही उस शांति को महसूस करके आशीषित हुआ हूं। मुझे पहला दिन याद है जब मैं साल्ट लेक मंदिर में गया था। मैं एक युवक था।

मैंने इसकी ऊंची सफेद छत को देखा था जिससे कमरे में इतना अधिक प्रकाश था मानो यह खुले आकाश के नीचे था। और उस पल, ये स्पष्ट शब्द मेरे मन में आए थे: “मैं इस प्रकाशमान स्थान में पहले आ चुका हूं।” लेकिन फिर तुरंत मेरे मन में, मेरी अपनी आवाज में नहीं, ये शब्द आए थे: “नहीं, तुम यहां पहले कभी नहीं आए हो। तुम उस क्षण को याद कर रहे जहां तुम पैदा होने से पहले थे । तुम इसी प्रकार के पावन स्थान में थे जहां प्रभु आ सकता था।”

भाइयों और बहनों, मैं विनम्रतापूर्वक गवाही देता हूं कि जब हम मंदिर में जाते हैं, तो हमें हमारी आत्माओं की अनंत प्रकृति, पिता और उसके दिव्य पुत्र के साथ हमारे संबंध, और हमारे स्वर्गीय घर लौटने की हमारी परम इच्छा की याद दिलाई जा सकती है।

हाल के महा सम्मेलन संबोधनों में, अध्यक्ष रसल एम. नेल्सन ने सिखाया:

“सबसे अधिक आत्मिक सुरक्षा आपको मंदिर अनुबंधों का पालन करने से मिलेगी!”

सबकुछ जो हम विश्वास करते हैं और प्रत्येक प्रतिज्ञा जो परमेश्वर ने अपने अनुबधित बच्चों से की है मंदिर में एकसाथ प्राप्त होती हैं।”3

“प्रत्येक व्यक्ति जो … मंदिरों में अनुबंध बनाता—और उनका पालन करता है—उसने यीशु मसीह की शक्ति को प्राप्त करने में वृद्धि की है।”4

उन्होंने यह भी सिखाया कि “एक बार जब हम परमेश्वर के साथ अनुबंध बना लेते हैं, तो हम हमेशा के लिए बदल जाते हैं। परमेश्वर किसी भी अनुबंध का पालन करने वाले विश्वासी के साथ अपना संबंध नहीं तोड़ेगा। असल में, वे सभी जिन्होंने परमेश्वर के साथ अनुबंध बनाया है, उनकी पहुंच विशेष प्रेम और दया तक होती है।”5

अध्यक्ष नेलसन के प्रेरित मार्गदर्शन में, प्रभु ने दुनिया भर में मंदिरों के निर्माण में तेजी लाई है, और आगे भी तेजी लाना जारी रखेगा। इससे परमेश्वर के सभी बच्चों को उद्धार और उत्कर्ष की विधियों को प्राप्त करने और पवित्र अनुबंधों को बनाने और उनका पालन करने का अवसर मिलेगा। पवित्र अनुबंध बनाने के योग्य होने के लिए केवल एक बार नहीं बल्कि जीवन भर प्रयास करना होता है। प्रभु ने कहा है कि इसके लिए हमारे संपूर्ण हृदय, पराक्रम, मन और शक्ति की आवश्यकता होगी।6

मंदिर की विधियों में बार-बार भाग लेने से परमेश्वर के प्रति श्रद्धा का एक आदर्श बन सकता है। जब आप अपने मंदिर के अनुबंधों का पालन करते और उन्हें याद रखते हैं, तो आप पवित्र आत्मा की संगति को आपको मजबूत और शुद्ध करने के लिए आमंत्रित करते हैं।

तब आप प्रकाश और आशा की भावना की गवाही देते हुए अनुभव कर सकते हैं कि प्रतिज्ञाएं सच्ची हैं। आप जान जा जाएंगे कि परमेश्वर के साथ प्रत्येक अनुबंध उसके निकट आने का अवसर है, जो तब आपके हृदय में मंदिर अनुबंधों का पालन करने की इच्छा पैदा करेगी।

हमसे प्रतिज्ञा की गई है, “परमेश्वर के साथ हमारे अनुबंध के कारण, वह हमारी सहायता करने के अपने प्रयासों में कभी कमी नहीं करेगा, और हम हमारे प्रति उसके दयालु धैर्य को कभी समाप्त नहीं होने देंगे।”7

मंदिर में मुहरबंदी अनुबंधों के द्वारा हम प्रेमपूर्ण पारिवारिक संबंधों का आश्वासन प्राप्त कर सकते हैं जो मृत्यु के बाद जारी रहेंगे और अनंत काल तक बने रहेंगे। परमेश्वर के मंदिरों में किए गए विवाह और पारिवारिक अनुबंधों का पालन करना स्वार्थ और घमंड जैसी बुराई से सुरक्षा प्रदान करेगा।

भाई-बहनों का निरंतर एक-दूसरे की देखभाल और मदद करने की भावना केवल अपने परिवार को प्रभु के मार्ग में ले जाने के निरंतर प्रयासों से आएगी। बच्चों को एक दूसरे के लिए प्रार्थना करने का अवसर दें। किसी भी मतभेद का तुरंत समाधान करें, और निःस्वार्थ सेवा के कार्यों की सकारात्मक प्रशंसा करें, खास तौर पर एक दूसरे के लिए। जब भाई-बहन एक-दूसरे के लिए प्रार्थना और एक-दूसरे की सेवा करते हैं, तो हृदय नरम हो जाएंगे और एक-दूसरे की ओर और अपने माता-पिता की ओर मुड़ जाएंगे।

कुछ हद तक, मलाकी द्वारा यही बताया गया है जब उसने भविष्यवक्ता एलिय्याह के बारे में भविष्यवाणी की थी: “और वह पिताओं से किए वादे बच्चों के हृदय में बोएगा, और बच्चों के हृदय पिताओं की ओर फेरेगा। यदि ऐसा न हुआ तो, पूरी पृथ्वी का नाश उसके आगमन में हो जाएगा।”8

परीक्षाएं, चुनौतियां और हृदय की पीड़ा निश्चित रूप से हम सभी अनुभव करेंगे। हममें से कोई भी “शरीर के कांटों” से अछूता नहीं है।”9 फिर भी, जब हम मंदिर जाते और अपने अनुबंधों को याद करते हैं, तो हम प्रभु से व्यक्तिगत मार्गदर्शन प्राप्त करने की तैयारी कर सकते हैं।

जब कैथी और मेरा विवाह हुआ और लोगान यूटाह मंदिर में हमें मुहरबंद किया गया था, तब-एल्डर स्पेंसर डब्ल्यू. किंबल ने हमारी मुहरबंदी को संपन्न किया था। कुछ शब्दों में उन्होंने यह सलाह दी थी: हॉल और कैथी, जीवन इस प्रकार जीना कि जब नियुक्ति दी जाए तो आप आसानी से स्वीकार कर सको।”

आरंभ में, हम यह नहीं समझ पाए कि उस सलाह का हमारे लिए क्या अर्थ है, लेकिन हमने अपने जीवन को इस तरह से जीने की पूरी कोशिश की कि जब नियुक्ति आए तो हम प्रभु की सेवा करने के लिए तैयार रहें। हमारी विवाह के लगभग 10 साल के बाद, गिरजा शिक्षा आयुक्त नील ए. मैक्सवेल का एक अप्रत्याशित फोन आया था।

अध्यक्ष किंबल द्वारा दी गई प्रेमपूर्ण सलाह “आसानी से घर छोड़कर जा सको” एक वास्तविकता बन गई थी। यह फोन उस सुखद जीवन के वातावरण को छोड़कर ऐसे स्थान पर काम करने जाने के लिए था जिसके बारे में मैं कुछ नहीं जानता था। फिर भी, हमारा परिवार जाने के लिए तैयार था क्योंकि एक भविष्यवक्ता ने, पवित्र मंदिर, प्रकटीकरण पाने के स्थान पर, भविष्य की उस घटना को देखा था जिसके लिए हमें तब तैयार किया गया था।

मेरे प्यारे भाइयों और बहनों, मैं गवाही देता हूं कि जो अनुबंध आपने मंदिर में बनाए हैं या बनाएंगे उनका पालन करने से अधिक महत्वपूर्ण कुछ नहीं है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप अनुबंध मार्ग पर कहां पहुंचे हैं, मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि आप योग्यता प्राप्त करें और मंदिर जाएं। जितनी बार परिस्थितियां अनुमति दें उतनी बार मंदिर जाएं। परमेश्वर के साथ पवित्र अनुबंध बनाएं और उनका पालन करें। मैं आपको उसी सच्चाई का आश्वासन दे सकता हूं जिसे मैंने लगभग पांच दशक पहले मध्य-रात्रि में कैथी से आइडाहो फॉल्स होटल के कमरे में साझा किया था: “परिणाम चाहे जो भी हो, मंदिर अनुबंधों के कारण सब ठीक हो जाएगा।”

मैं आपको अपनी दृढ़ गवाही देता हूं कि यीशु ही मसीह हैं। वह अपने गिरजे का मार्गदर्शन करता है। मंदिर प्रभु के भवन हैं। अध्यक्ष रसल एम. नेल्सन पृथ्वी पर आज प्रभु के जीवित भविष्यवक्ता हैं । मैं उनसे प्रेम करता हूं, और मैं आप सभी से प्रेम करता हूं। यीशु मसीह के पवित्र नाम में, आमीन।