पवित्रशास्त्र
सिद्धांत और अनुबंध 128


खंड 128

भविष्यवक्ता जोसफ स्मिथ द्वारा, मृतक के बपतिस्मे के लिए अतिरिक्त निर्देशों के बारे में अंतिम-दिनों के संतों के यीशु मसीह के गिरजे को लिखी पत्री, दिनांक 6 सितंबर 1842, नावू, इलिनोए ।

1–5, स्थानीय और मुख्य अभिलेख लिखने वालों को मृतक के बपतिस्मों की सत्यता को प्रमाणित करना चाहिए; 6–9, उनके अभिलेख बाध्य और पृथ्वी और स्वर्ग में लिखे जाते हैं; 10–14, बपतिस्मा कुंड कब्र का प्रतीक है; 15–17, एल्लियाह ने मृतक के बपतिस्मे के संबंध में अधिकार को पुनास्थापित किया था; 18–21, अतीत के प्रबंधों की सारी कुंजियों, शक्तियों और अधिकारों, को पुनास्थापित किया गया है; 22–25, खुशी और महिमापूर्ण समाचारों की घोषणा जीवित और मृतक के लिए की जाती है ।

1 अपना घर छोड़ने से पूर्व जैसा मैंने तुम्हें अपने पत्र में बताया था, कि मैं समय समय पर तुम्हें लिखता और कई विषयों के संबंध में तुम्हें सूचना देता रहूंगा, मैं अब मृतक के बपतिस्मे के विषय में लिखना आरंभ करता हूं, क्योंकि लगता है इस विषय ने तब से मेरे मन को घेर रखा है और मेरी अनुभूतियों को अत्यधिक प्रभावित किया हुआ है, जब से मुझे मेरे शत्रुओं द्वारा खदेड़ा गया है ।

2 मैंने अभिलेख लिखने वाले के संबंध में प्रकटीकरण के कुछ शब्द तुम्हें लिखे थे । इस विषय के संबंध में मेरे पास कुछ अतिरिक्त विचार हैं, जिन्हें अब प्रमाणित करता हूं । अर्थात, मेरे पूर्व पत्र में घोषणा की गई थी कि एक अभिलेख लिखने वाला होना चाहिए, जो चश्मदीद गवाह होगा, और अपने कानों से भी सुनेगा, ताकि वह प्रभु के समक्ष सच्चाई को लिख सके ।

3 अब, इस विषय के संबंध में, एक अभिलेख लिखने वाले के लिए हर समय उपस्थित रहना, और इस सारे कार्य को करना बहुत कठीन होगा । इस कठिनाई को दूर करने के लिए, शहर के प्रत्येक वार्ड में अभिलेख लिखने वाले नियुक्त किए जा सकते हैं, जोकि सही कार्यवाही को लिखने में अच्छी योग्यता प्राप्त हों; और वह संपूर्ण कार्यवाही को लिखने में अति सतर्क और सटीक हों, अपने अभिलेख में प्रमाणित करते हुए कि उसने अपनी आंखों से देखा, और अपने कानों से सुना है, तिथि, और नाम, इत्यादि, और संपूर्ण कार्यवाही का ब्योरा बताते हुए; तीन व्यक्तियों का नाम भी लिखते हुए जो उपस्थित हों, यदि वहां कोई उपस्थित है, जिसे कभी भी इसे प्रमाणित करने के लिए बुलाया जा सकता है, ताकि दो या तीन गवाहों के मुंह से प्रत्येक शब्द को स्थापित किया जा सके ।

4 इसके अतिरिक्त, एक मुख्य अभिलेख लिखने वाला हो, जिसे ये अन्य अभिलेख सौंपे जा सकते हैं, जिनके साथ उनके हस्ताक्षरों सहित प्रमाण पत्र हों, प्रमाणित करते हुए कि जो अभिलेख उन्होंने लिखे हैं सत्य हैं । इसके पश्चात मुख्य अभिलेख लिखने वाला इस अभिलेख को गिरजे के प्रमुख अभिलेख में लिख सकता है, प्रमाण पत्रों और सभी उपस्थित गवाहों सहित, अपने स्वयं की टिप्पणी के साथ कि उन पुरूषों के समग्र चरित्र और गिरजे द्वारा उनकी नियुक्ति के उसके ज्ञान से, वह वास्तव में विश्वास करता है कि उपरोक्त टिप्पणी और अभिलेख सच्चे हैं । और जब इसे गिरजे के प्रमुख अभिलेख लिख लिया जाता है, तो यह अभिलेख उसी समान पवित्र, और धर्मविधि वैसे ही वैध होगी जैसे मानो उसने अपनी आंखों से देखा और अपने कानों से सुना हो, और उसे गिरजे के प्रमुख अभिलेख में लिखा है ।

5 हो सकता है तुम्हें इन बातों का यह आदेश बहुत विशेष प्रतीत हो; लेकिन मैं आपको बता दूं कि यह केवल परमेश्वर की इच्छा को पूरा करने के लिए है, उन धर्मविधियों और तैयारी का पालन करते हुए जिसे प्रभु ने इस संसार की नींव से पहले नियुक्त और तैयार किया था, उन मृतकों के उद्धार के लिए जो सुसमाचार के ज्ञान के बिना मर जाएंगे ।

6 और इसके अतिरिक्त, मैं चाहता हूं तुम स्मरण रखो कि प्रकटीकर्ता यूहन्ना मृतक के संबंध में इसी विषय पर विचार कर रहा था, जब उसने घोषणा की थी, जैसे तुम प्रकाशितवाक्य 20:12 में लिखा पाओगे—फिर मैंने छोटे बड़े सब मृतकों को सिंहासन के सम्मुख खड़े हुए देखा, और पुस्तकें खोली गई; और फिर एक अन्य पुस्तक खोली गई; अर्थात जीवन की पुस्तक; और जैसे उन पुस्तकों में लिखा हुआ था, उनके कामों के अनुसार मृतकों का न्याय किया गया ।

7 इस उद्धरण में तुम पाओगे कि पुस्तकें खोली गई थी; और एक अन्य पुस्तक खोली गई, जोकि जीवन की पुस्तक थी; लेकिन मृतकों का न्याय उन बातों के अनुसार किया गया जो उन पुस्तकों में लिखे गए थे; उनके कामों के अनुसार; इसलिए, पुस्तकें जिनके विषय में बोला गया है वे पुस्तकें होंगी जिनमें उनके कामों का अभिलेख लिखा था, और उन अभिलेखों को संदर्भ करता है जिन्हें पृथ्वी पर रखा गया था । और वह पुस्तक जोकि जीवन की पुस्तक थी यह वह अभिलेख है जिसे स्वर्ग में रखा जाता है; यह नियम ठीक उस सिद्धांत के अनुरूप है जिसका उस प्रकटीकरण में तुम्हें आदेश दिया गया है जो उस पत्र में शामिल था जो मैंने अपना घर छोड़ने से पहले तुम्हें लिखा था—कि तुम्हारे सभी अभिलेख स्वर्ग में लिखे जाएंगे ।

8 अब, इस धर्मविधि की प्रकृति पौरोहित्य की शक्ति में सम्मलित है, यीशु मसीह के प्रकटीकरण के अनुसार, जिसके द्वारा यह निश्चित किया गया है कि जो कुछ तुम पृथ्वी पर बांधते हो स्वर्ग में बांधा जाएगा, और जो कुछ पृथ्वी पर खोलते हो स्वर्ग में खोला जाएगा । या, अन्य शब्दों में, अनुवाद का अन्य दृष्टिकोण लेते हुए, जो तुम पृथ्वी पर लिखते हो स्वर्ग में लिखा जाएगा, और जो कुछ तुम पृथ्वी पर नहीं लिखते हो स्वर्ग में नहीं लिखा जाएगा; क्योंकि पुस्तकों के आधार पर तुम्हारे मृत्कों का न्याय किया जाएगा, उनके स्वयं के कामों के अनुसार, मानो वे स्वयं इन धर्मविधियों में व्यक्तिगत रूप से शामिल हुए थे प्रोप्रिया परसोना, या उनके स्वयं के प्रतिनिधि द्वारा, उन धर्मविधियों के अनुसार जिन्हें परमेश्वर ने उनके उद्धार के लिए संसार की नींव से पहले तैयार किया था, उन अभिलेखों के अनुसार जिन्होंने अपने मृतकों के संबंध में रखा है ।

9 यह कुछ को बहुत साहसिक सिद्धांत लग सकता है जिसके विषय में हम बात करते हैं—वह शक्ति जो पृथ्वी पर लिखती या बांधती है और स्वर्ग में बांधती है । फिर भी, संसार के सभी युगों में, जब कभी प्रभु ने किसी पुरूष, या पुरूषों के किसी समुह को वास्तविक प्रकटीकरण द्वारा पौरोहित्य का प्रबंध दिया है, यह शक्ति हमेशा प्रदान की गई है । इस प्रकार, जो कुछ भी इन पुरूषों ने अधिकार में किया था, प्रभु के नाम में, और इस सच्चाई और विश्वसनीयता से किया, और इसका उचित और विश्वसनीय अभिलेख रखा, यह पृथ्वी और स्वर्ग में व्यवस्था बन गई, और इसे रद्द नहीं किया जा सकता था, महान यहोवा के आदेश के अनुसार । यह एक विश्वसनीय कथन है । इसे कौन सुन सकता है?

10 और फिर, विचार करें, मती 16:18,19: और मैं भी तुम से कहता हूं, कि तू पतरस है; और मैं इस पत्थर पर अपनी कलीसिया बनाऊंगा: और अधोलोक के फाटक उस पर प्रबल न होंगे । मैं तुम्हें स्वर्ग के राज्य की कुंजियां दूंगा: और जो कुछ तुम पृथ्वी पर बांधोगे, वह स्वर्ग में बंधेगा; और जो कुछ तुम पृथ्वी पर खोलोगे, वह स्वर्ग में खुलेगा ।

11 अब संपूर्ण बात का महान और विशाल रहस्य, और संपूर्ण विषय सूमूम बोनूम जो हमारे सम्मुख है, पवित्र पौरोहित्य की शक्तियां प्राप्त करने में सम्मलित हैं । उसके लिए जिसे कुंजियां प्रदान की गई हैं मनुष्य की संतान के उद्धार के संबंध में ज्ञान प्राप्त करने में कोई कठिनाई नहीं है, मृतक और जीवित दोनों के लिए ।

12 इसमें महिमा और आदर, और अमरत्व और अनंत जीवन है—जल द्वारा बपतिस्मे की धर्मविधि, इसमें डुबाकर मृत्यु की समानता के अनुरूप होने के लिए, ताकि एक सिद्धांत दूसरे के अनुरूप हो सके; जल में डूबना और जल से बाहर आना मृतकों का पुनरुत्थान में अपनी कब्रों से बाहर निकल आने के समान है; इसलिए, इस धर्मविधि को मृतकों के बपतिस्मे की धर्मविधि के साथ संबंध स्थापित करने के लिए किया गया था, मृतक की समानता में ।

13 इसके परिणामस्वरूप, बपतिस्मा कुंड को कब्र की समानता में स्थापित किया गया, और आदेश दिया एक स्थान होने के लिए जिसके नीचे जीवितों को एकत्रित होने की रीति है, जीवितों और मृतकों में अंतर दिखाने के लिए, और ताकि सब बातें इनकी समानता में हों, और ताकि वे एक दूसरे के अनुरूप हों—ताकि जो संसारिक है वह स्वर्गीय बातों की समानता में हो, जैसा पौलुस ने कहा था, 1 कुरिन्थियों 15:46, 47, और 48:

14 परन्तु पहले आत्मिक न था, पर स्वाभाविक था, इसके बाद आत्मिक हुआ । प्रथम मनुष्य पृथ्वी से अर्थात मिट्टी का था, दूसरा मनुष्य स्वर्गीय है । जैसा वह मिट्टी का था वैसे ही और मिट्टी के हैं, और वह स्वर्गीय है, वैसे ही और भी स्वर्गीय हैं । और जिस प्रकार पृथ्वी पर अभिलेख तुम्हारे मृतकों के संबंध हैं, जोकि वास्तव में लिखे गए थे, इसी प्रकार स्वर्ग में भी अभिलेख हैं । इसलिए, यह मुहरबंदी और बांधने की शक्ति है, और, अन्य शब्दों में, राज्य की कुंजियां, जिसमें ज्ञान की कुंजी सम्मलित है ।

15 और अब, मेरे बहुत प्रिय भाइयों और बहनों, मैं आपको सुनिश्चित कर दूं कि ये मृतकों और जीवितों के संबंध में सिद्धांत हैं जो कि इन्हें हम कम नहीं समझ सकते हैं, अपने उद्धार के संबंध में । क्योंकि उनका उद्धार हमारे उद्धार के लिए आवश्यक और जरूरी है, जैसा पौलुस पूर्वजों के संबंध में कहता है—कि वे हमारे बिना परिपूर्ण नहीं बनाए जा सकते—और न ही हम अपने मृतकों के बिना परिपूर्ण बनाए जा सकते हैं ।

16 और अब, मृतकों के बपतिस्मे के संबंध में, मैं आपको पौलुस का एक अन्य उद्धरण देता हूं, 1 कुरिन्थियों 15:29: नहीं तो जो लोग मरे हुओं के लिए बतिस्मा लेते हैं, वे क्या करेंगे? यदि मुर्दे जी उठते ही नहीं? तो फिर क्यों उनके लिए बपतिस्मा लेते हैं?

17 और फिर, इस उद्धरण के संबंध में मैं आपको भविष्यवक्ताओं में से एक का उद्धरण दूंगा, जिसने अपनी आंखें पौरोहित्य की पुनास्थापना पर लगा रखी थी, महिमाएं जो अंतिम दिनों में प्रकट की जाएंगी, और एक विशेष तरह से अनंत सुसमाचार के संबंध में सभी विषयों में यह अति महिमापूर्ण, अर्थात, मृतकों का बपतिस्मा; क्योंकि मलाकी कहता है, अंतिम अध्याय की, पांचवीं और छठी आयतों में: देखो, यहोवा के उस बड़े और भयानक दिन के आने से पहले, मैं तुम्हारे पास एलिय्याह भविष्यवक्ता को भेजूंगा । और वह माता-पिता के मन को उनके पुत्रों की ओर, और पुत्रों के मन को उनके माता-पिता की ओर फेरेगा; ऐसा न हो कि मैं आकर पृथ्वी को सत्यानाश करूं ।

18 मैंने शायद इसका सरल अनुवाद कर दिया है, लेकिन यह उद्धरण मेरे आशय से सहमत होने के लिए बहुत स्पष्ट है जिस तरह यह कहा गया है । यह जानना पर्याप्त है, इस अवस्था में, कि पृथ्वी को शाप से प्रताड़ित किया जाएगा यदि पूर्वजों और संतानों के बीच एक या किसी प्रकार का जोड़ने वाली कड़ी न हो, एक या किसी विषय पर—और देखो यह विषय क्या है? यह मृतकों के लिए बपतिस्मा । क्योंकि हम उनके बिना परिपूर्ण नहीं बनाए जा सकते; और न ही वे हमारे बिना परिपूर्ण बनाए जा सकते हैं । न ही वे और न ही हम उनके बिना परिपूर्ण हो सकते हैं जो सुसमाचार में मरे हैं; क्योंकि यह आवश्यक है कि समय की परिपूर्णता के प्रबंध में प्रवेश करते हुए, जिस प्रबंध का अब आरंभ होने को है, वह संपूर्ण और पूर्ण और परिपूर्ण मिलन, और प्रबंधों, और कुंजियों, और शक्तियों, और महिमाओं का एकसाथ जुड़ना होगा, और प्रकट किए जाएंगे आदम के समय से वर्तमान समय तक । और न केवल यह, लेकिन वे बातें भी जिन्हें संसार की नींव से पहले कभी प्रकट नहीं किया गया है, बल्कि समझदारों और ज्ञानियों से छिपा कर रखा गया है, बालकों और दुध पीतों को प्रकट की जाएंगी इस, समयों की परिपूर्णता के प्रबंध में ।

19 अब, हम उस सुसमाचार में क्या सुनते हैं जो हमने प्राप्त किया है? एक खुशी की वाणी! स्वर्ग से एक दया की वाणी; और पृथ्वी से सच्चाई की वाणी; मृतकों के लिए खुशी का समाचार; जीवितों और मृतकों के लिए खुशी की वाणी; महान आनंद के खुशी के संदेश । पहाड़ों पर उसके पांव क्या ही सुहावने हैं जो शुभ समाचार लाता है, जो शांति की बातें सुनाता है और कल्याण का शुभ समाचार और उद्धार का संदेश देता है, जो सिय्योन से कहता है: देख, तेरा परमेश्वर राज्य करता है! कर्म्मैल की ओस के समान, परमेश्वर का ज्ञान उन पर टपकेगा!

20 और फिर, तुम क्या सुनते हो? कूमोरा से खुशी के संदेश! मोरोनी, स्वर्ग का एक स्वर्गदूत, भविष्यवक्ताओं की परिपूर्णता की घोषणा करते हुए—पुस्तक प्रकट की जाएगी । फैयट, सेनक्का प्रांत के निर्जन प्रदेश में प्रभु की वाणी, पुस्तक की गवाही देने के लिए तीन गवाहों घोषणा करते हुए! ससक्वाना तट पर मीकाएल की वाणी, शैतान की पहचान करते हुए जब वह प्रकाश के दूत के रूप में प्रकट हुआ था! हारमनी, ससक्वाना प्रांत और कोल्सविल, ब्रूम प्रांत के बीच निर्जन प्रदेश में, ससक्वाना नदी पर पतरस, याकूब, और यूहन्ना की वाणी, स्वयं के पास राज्य, और समयों की परिपूर्णता की कुंजियों होने की घोषणा करते हुए!

21 और फिर, वृद्ध पिता विटमर के कक्ष में परमेश्वर की वाणी, फैयट, सेनक्का प्रांत में, और थोड़े-थोड़े समयों पर, और अलग-अलग स्थानों में इस अंतिम-दिनों के संतों के यीशु मसीह के गिरजे की संपूर्ण यात्राओं और कठिनाइयों में! और प्रधान दूत, मीकाएल की वाणी; जिब्राएल, और राफैल, और अलग-अलग स्वर्गदूतों की वाणी, मीकाएल या आदम से लेकर वर्तमान समय तक, सभी अपने प्रबंध, अपने अधिकारों, अपनी कुंजियों, अपने आदर, अपने राजसी और महिमा, और अपने पौरोहित्य की शक्ति की घोषणा करते हुए; थोड़ा-थोड़ा करके, नियम पर नियम देते हुए; थोड़ां यहां, और थोड़ा वहां; हमें दिलासा देते हैं उसकी घोषणा करते हुए जो आने वाला है, हमारी आशा की पुष्टि करते हुए!

22 भाइयों, क्या हम इतने महान कार्य में आगे नहीं बढ़ेंगे? आगे की ओर बढ़ें और पीछे नहीं । हिम्मत रखें, भाइयों; और निरंतर विजय की ओर आगे बढ़ते रहें! तुम्हारे हृदय आनंद मनाएं, और अत्यधिक खुश हों । पृथ्वी ऊंचे स्वर में गाए । मृतक राजा इम्मानूएल की अनंत प्रसंशा के स्तुति-गीत गाएं, जिसका अभिषेक किया गया है, संसार की नींव से पहले, जोकि हमें उन्हें उनकी कैद से मुक्त कराने के योग्य बनाएगा; क्योंकि कैदियों को मुक्त किया जाएगा ।

23 पहाड़ों आनंद से चिल्लाओ, और तुम सारी घाटियों जोर से पूकारो; और तुम सारे समुद्र और सूखी भूमि अपने अनंत राजा के आश्चर्यों को बताएं! और तुम नदियों, और नालों, और नालियों, आनंद से बहो । जंगल और मैदान के सारे वृक्ष प्रभु की प्रसंशा करो; और तुम ठोस चट्टानों आनंद के आंसु बहाओ! और सूर्य, चांद, और भोर का तारा मिल कर गाओ, और परमेश्वर के सब पुत्र आनंद से जयजयकार करो! और अनंत सृष्टियां उसके नाम की हमेशा और सदैव घोषणा करो! और फिर मैं कहता हूं, वह वाणी कितनी महिमापूर्ण है जो हम स्वर्ग से सुनते हैं, हमारे कानों में, महिमा, और उद्धार, और आदर, और अमरत्व, और अनंत जीवन की घोषणा करते हुए; राज्य, प्रभुताएं, शक्तियां!

24 देखो, प्रभु का महान दिन निकट है; और उसके आगमन के दिन को कौन सह सकेगा? और जब वह दिखाई दे, तब कौन खड़ा रह सकेगा? क्योंकि वह सुनार की आग और धोबी के साबुन के समान है; और वह चांदी को चमकाने वाले और शुद्ध करने वाले के समान बैठेगा, और वह लेवी के बेटों को शुद्ध करेगा, और उन्हें सोने और चांदी के समान निर्मल करेगा, ताकि वे प्रभु को धार्मिकता में भेंट चढ़ा सकें । इसलिए, हम, गिरजे और लोगों के रूप में, और अंतिम-दिनों के संतों के रूप में, प्रभु को धार्मिकता में भेंट चढ़ाएं; और हम उसके पवित्र मंदिर में उपस्थित रहें, जब इसे पूरा किया जाए, पुस्तक जिसमें हमारे मृतकों के अभिलेख शामिल हैं, जो संपूर्णरूप से स्वीकार किे जाने योग्य होगी ।

25 भाइयों, मेरे पास इस विषय पर तुम्हें कहने को बहुत सी बातें हैं; लेकिन अब वर्तमान के लिए समाप्त करूंगा, और इस विषय पर अन्य समय में जारी रखूंगा । मैं हूं, हमेशा की तरह, तुम्हारा विनम्र सेवक और मार्ग से कभी न हटने वाला मित्र,

जोसफ स्मिथ ।