पवित्रशास्त्र
सिद्धांत और अनुबंध 56


खंड 56

भविष्यवक्ता जोसफ स्मिथ द्वारा, कर्टलैंड, ओहायो में, 15 जून 1831 में, दिया गया प्रकटीकरण । यह प्रकटीकरण एज्रा थायरे को पहले के प्रकटीकरण का पालन न करने के लिए दंडित किया था (आदेश का संदर्भ आयत 8 में किया गया है), जिसे जोसफ स्मिथ ने उसके लिए प्राप्त किया था, थाएरेनिर्देश देते हुए प्रकटीकरण का थॉमस बी. मार्श के साथ मिसूरी की यात्रा के लिए नियुक्त किया गया था (देखें खंड 52:22), अपना मिशन आरंभ करने में असर्मथ था जब दूसरा तैयार था । थॉमसन, ओहायो में अपनी समस्यों में शामिल होने के कारण एल्डर थायरे अपनी यात्रा में जाने के लिए तैयार नही था (देखें खंड 54 का शीर्षक) । प्रभु ने इस विषय पर भविष्यवक्ता की पूछताछ का जवाब इस प्रकटीकरण द्वारा दिया था ।

1–2, संतों को उद्धार पाने के लिए अपनी सलीब उठानी और प्रभु का अनुसरण करना चाहिए; 3–13, प्रभु आदेश देता और निरस्त करता है, और अवज्ञाकारियों को अलग किया जाता है; 14–17, हाय, धनवान पर जो गरीब की मदद नहीं करेंगे, और हाय गरीब पर जिनके हृदय टुटे हुए नहीं हैं; 18–20, आशीषित हैं गरीब जो हृदय से शुद्ध हैं, क्योंकि वे पृथ्वी के अधिकारी होंगे ।

1 ध्यान से सुनो, ओ तुम मेरे लोगों जो मेरे नाम की घोषणा करते हो, प्रभु तुम्हारा परमेश्वर कहता है; क्योंकि देखो, विद्रोही के विरूद्ध मेरा क्रोध भड़कता, और वे मेरे भुजबल और मेरे क्रोध को जानेंगे, राष्ट्रों पर दंड और विनाश के उस दिन ।

2 और वह जो अपनी सलीब को नहीं उठाता और मेरे पीछे नहीं हो लेता, और मेरी आज्ञाओं को नहीं मानता, उसे बचाया नहीं जाएगा ।

3 देखो, मैं, प्रभु, आज्ञा देता है; और वह जो आज्ञा नहीं मानता मेरे स्वयं के उचित समय में अलग कर दिया जाएगा, मेरी आज्ञा देने और आज्ञा तोड़ने के पश्चात ।

4 इसलिए मैं, प्रभु, आज्ञा देता और निरस्त करता हूं, जैसा मुझे उचित लगता है; और इन सबका जवाब विद्रोही के सिरों पर होगा, प्रभु कहता है ।

5 इसलिए, मैं उस आदेश को निरस्त करता हूं जो मेरे सेवक थॉमस बी. मार्श और एज्रा थायरे को दिया गया था, और अपने सेवक थॉमस को नया आदेश देता हूं, कि वह मिसूरी प्रदेश की अपनी यात्रा शीघ्रता से करेगा, और मेरा सेवक सेलाह जे. ग्रीफिन भी उसके साथ जाएगा ।

6 क्योंकि देखो, मैं उस आज्ञा को निरस्त करता हूं जो मैंने अपने सेवकों सेलाह जे. ग्रीफिन और न्यूवेल नाइट को दी थी, थॉमसन में मेरे लोगों की हठधर्मिता, और उनके विरोध के परिणामस्वरूप ।

7 इसलिए, मेरा सेवक न्यूवेल को उनके साथ रहे; और जितने जा सकते हैं जाएं, जोकि मेरे सम्मुख पश्चातापी हैं, और उसके द्वारा उस प्रदेश को निर्देशित किए जाएं जिसे मैंने नियुक्त किया है ।

8 और फिर, मैं तुम से सच कहता हूं, कि मेरा सेवक एज्रा थायरे को अपने घमंड के लिए, और अपने स्वार्थीपन पश्चाताप करना चाहिए, और पहली आज्ञा का पालन करना चाहिए जो मैंने उसे उस स्थान के संबंध में दी है जहां वह रहता है ।

9 और यदि वह इसे करता है, क्योंकि प्रदेश में कोई हिस्से नहीं किए जाएंगे, उसे फिर भी मिसूरी प्रदेश जाने के लिए नियुक्त किया जाएगा;

10 वरना वह उस धन को प्राप्त करेगा जिसका उसने भुगतान किया है, और स्थान को छोड़ देगा, और मेरे गिरजे से अलग कर दिया जाएगा, सेनाओं का प्रभु कहता है;

11 और यद्यपि स्वर्ग और पृथ्वी टल सकते हैं, परंतु ये वचन नहीं टलेंगे, वरन पूरे होंगे ।

12 और यदि मेरा सेवक जोसफ स्मिथ, जू., को धन देने की आवश्यकता होती है, देखो, मैं, प्रभु, उसे यह मिसूरी प्रदेश में फिर से दूंगा, ताकि जिनसे वह प्राप्त करेगा वे फिर से प्रतिफल प्राप्त करें उसके अनुसार जो वे करते हैं;

13 क्योंकि जैसा वे करते हैं उसके अनुसार वे प्राप्त करेंगे, अर्थात उनकी विरासत के लिए जमीनें ।

14 देखो, मेरे लोगों से प्रभु इस प्रकार कहता है—तुम्हारे पास करने और पश्चाताप के लिए बहुत सी बातें; क्योंकि देखो, तुम्हारे पापों को मैं जानता हूं, और क्षमा नहीं किए गए हैं, क्योंकि तुमने अपने तरीकों से सलाह लेने की खोज करते हो ।

15 और तुम्हारे हृदय संतुष्ट नहीं हैं । और तुम सच्चाई का पालन नहीं करते, लेकिन दुष्टता में आनंदित होते हो ।

16 हाय तुम धनी लोगों पर, कि तुम अपनी वस्तु गरीब को नहीं दोगे, क्योंकि तुम्हारी संपत्ति तुम्हारी आत्माओं को नष्ट कर देगा; और दंड के, और न्याय के, और विनाश के दिन यह तुम्हारे रोने का कारण होगा: कटनी का समय बीत गया है, गर्मियां बीत चुकी हैं, और मेरी आत्मा का उद्धार नहीं हुआ‍!

17 हाय तुम गरीब लोगों पर, जिनके हृदय टुटे हुए नहीं हैं, जिनकी आत्माएं पश्चातापी नहीं हैं, और जिनके पेट संतुष्ट नहीं हैं, और जिनके हाथ दुसरे लोगों की वस्तुओं पर हाथ रखने से पीछे नहीं रहते हैं, जिनकी आंखें लालच से भरी हैं, और जो तुम अपने हाथों से परिश्रम नहीं करोगे!

18 लेकिन आशीषित हैं गरीब जो हृदय में शुद्ध हैं, जिनके हृदय टुटे हुए हैं, और जिनकी आत्माएं पश्चातापी हैं, क्योंकि वे अपने उद्धार के लिए परमेश्वर के राज्य को सामर्थ और महान महिमा में आते हुए देखेंगे; क्योंकि पृथ्वी उत्तम से उत्तम वस्तु उनकी होगी ।

19 क्योंकि देखो, प्रभु आएगा, और उसके साथ उसका प्रतिफल होगा, और वह प्रत्येक व्यक्ति को प्रतिफल देगा, और गरीब आनंदित होगा;

20 और उनके वंशज पीढ़ी दर पीढ़ी पृथ्वी के अधिकारी होगें, हमेशा और सदा के लिए । और अब मैं तुम से बोलना समाप्त करूंगा । तो भी । अमीन ।