पवित्रशास्त्र
सिद्धांत और अनुबंध 3


खंड 3

हारमनी, पैनसिलविनिया में भविष्यवक्ता जोसफ स्मिथ को जुलाई 1828 में, मॉरमन की पुस्तक के प्रथम भाग की अनुवादित लेखों, जिसे लेही की पुस्तक कहा गया था, के खोए गए 116 पृष्ठों के संबंध दिया गया प्रकटीकरण । भविष्यवक्ता ने अनिइच्छापूर्वक इन पृष्ठों को अपने सरंक्षण से हटाकर मार्टिन हैरिस को दिया था, जिसने थोड़े समय के लिए मॉरमन की पुस्तक के अनुवाद में लिपिक के रूप में सेवा की थी । यह प्रकटीकरण यूरिम और थमिम के द्वारा दिया गया था । (देखें खंड 10)

1–4, प्रभु का मार्ग एक अनंत चक्र है; 5–15, जोसफ स्मिथ को पश्चाताप करना चाहिए वरना अनुवाद करने का उपहार खो देगा; 16–20, मॉरमन की पुस्तक लेही के वंशजों को बचाने आती है ।

1 परमेश्वर के कार्यों, और योजनाओं, और उद्देश्यों को न तो रोका जा सकता है, न ही ये निष्फल हो सकते हैं ।

2 क्योंकि परमेश्वर टेढ़े-मेढ़े राहों पर नहीं चलता, न ही वह दाएं घुमता है न ही बांए, न ही वह अपनी कही बात से पलटता है, इसलिए उसकी राहें सीधी हैं, और उसका मार्ग एक अनंत चक्र है ।

3 याद रखो, याद रखो कि यह परमेश्वर का कार्य नहीं जिसे रोका जाता है, अपितु मनुष्यों का कार्य है;

4 क्योंकि हो सकता है मनुष्य के पास बहुत से प्रकटीकरण, और बहुत महान कार्य करने की शक्ति हो, फिर भी यदि वह अपनी स्वयं के बल पर घमंड करता, और परमेश्वर की सलाहों से असहमत होता, और अपनी स्वयं की इच्छा और सासंरिक आकांशाओं के अनुसार चलता है, तो उसका अवश्य ही पतन होता है और उसे न्याय संगत परमेश्वर का प्रतिशोध सहना पड़ता है ।

5 देखो, तुम पर इन चीजों के लिए भरोसा किया गया है, लेकिन तुम आज्ञाओं के प्रति कितने पक्के रहते; और उन प्रतिज्ञाओं को भी याद रखते हो जो तुम से की गई थीं, यदि तुम उनका उल्लघंन नहीं करते ।

6 और देखो, बहुत बार तुमने परमेश्वर की आज्ञाओं और व्यवस्थाओं का उल्लंघन किया है, और मनुष्यों के बहकाने पर गए हो ।

7 क्योंकि, देखो, तुम्हें मनुष्य का परमेश्वर से अधिक भय नहीं होना चाहिए । हालांकि मनुष्य परमेश्वर की सलाहों को नहीं मानते, और उसके वचनों की उपेक्षा करते हैं—

8 फिर भी तुम्हें विश्वसनीय रहना चाहिए; और वह अपनी भुजा फैलाएगा और दुष्ट के सभी जलते हुए तीरों से तुम्हें बचाएगा; और वह मुसीबत के हर समय में तुम्हारे साथ रहेगा ।

9 देखो, तुम जोसफ हो, और तुम्हें प्रभु का कार्य करने के लिए चुना गया था, लेकिन उल्लंघन के कारण, अगर तुम सतर्क नहीं रहते तो तुम गिर जाओगे ।

10 लेकिन याद रखो, परमेश्वर दयालु है; इसलिए, जो तुमने किया है उसका पश्चाताप करो जोकि उस आज्ञा का उल्लंघन है जो मैंने तुम्हें दी थी, और तुम्हें फिर भी चुना जाएगा, और प्रभु का कार्य करने के लिए दुबारा नियुक्त किए जाओगे;

11 जबतक तुम ऐसा नहीं करते, तुम्हारा त्याग कर दिया जाएगा और तुम अन्य मनुष्यों के समान बन जाओगे, और तुम्हारे पास कोई उपहार नहीं होगा ।

12 और जब तुम उसे सौंपते जो परमेश्वर ने तुम्हें दूरदृष्टि और अनुवाद करने की शक्ति दी है, तुमने दुष्ट मनुष्य के हाथों में उसे सौंपा जो पवित्र था,

13 जो परमेश्वर की सलाहों से सहमत नहीं होता, और परमेश्वर से की गई अति पवित्र प्रतिज्ञाओं को तोड़ता है, और अपनी स्वयं की समझ पर निर्भर रहता और अपने स्वयं के ज्ञान पर घमंड करता है ।

14 और इसी कारण से तुमने अपने विशेष अधिकारों को कुछ अवधि के लिए खो दिया—

15 क्योंकि तुमने आरंभ से अपने निर्देशक की सलाह को ठोकर मारे जाने की अनुमति दी है ।

16 तौभी, मेरा कार्य आगे बढ़ता जाएगा, ठीक उसी प्रकार जिस प्रकार उद्धारकर्ता की जानकारी संसार में आई, यहूदियों की गवाही के द्वारा, उसी तरह उद्धारकर्ता की जानकारी मेरे लोगों पर प्रकट की जाएगी—

17 और नफाइयों, और याकूबियों, और यूसुफियों, और जोरामाइयों को, उनके पूर्वजों की गवाही द्वारा—

18 और यह गवाही लमानाइयों, और लमूएलियों, और इश्माएलियों की जानकारी में आएगी, जोकि अपने पूर्वजों के अधर्म के कारण अविश्वास में मिट गए थे, जिनको प्रभु ने उनके भाइयों नफाइयों को, उनके अधर्म और घृणा के कारण नष्ट करने की अनुमति दी ।

19 और इसी उद्देश्य के लिए इन पट्टियों को सुरक्षित रखा गया है, जिनमें ये अभिलेख शामिल हैं—कि प्रभु की वे प्रतिज्ञाएं परिपूर्ण हो सकें, जो उसने अपने लोगों से की थी;

20 और कि लमनाइयों को अपने पूर्वजों की जानकारी मिल सके, और कि वे प्रभु की प्रतिज्ञाओं को जान सकें, और कि वे सुसमाचार में विश्वास करें और यीशु मसीह के गुणों पर भरोसा करें, और उसमें विश्वास के द्वारा गौरान्वित हो सकें, और अपने पश्चाताप के द्वारा वे बचाए जा सकें । आमीन ।