पवित्रशास्त्र
सिद्धांत और अनुबंध 85


खंड 85

भविष्यवक्ता जोसफ स्मिथ द्वारा, कर्टलैंड, ओहायो में, 27 नवंबर 1832 में, दिया गया प्रकटीकरण । इस खंड में भविष्यवक्ता से विलियम डब्ल्यू. फेलप्स को लिखे पत्र का निष्कर्ष है, जो इंडिपेनडस, मिसूरी में रह रहा था । यह उन संतों के विषय में प्रश्नों का जवाब था जो सिय्योन चले गए थे लेकिन उन्होंने अपनी संपत्ति को समर्पित नहीं किया था और इस प्रकार गिरजे में स्थापित व्यवस्था के अनुसार अपनी विरासत नहीं किया था ।

1–5, सिय्योन में विरासत समर्पण के द्वारा प्राप्त की जाती है; 6–12, एक बलवंत और सामर्थी संतों को सिय्योन में उनकी विरासत देगा ।

1 प्रभु के मुंशी का यह कर्तव्य है, जिसे उसने नियुक्त किया है, इतिहास, और गिरजे के समान्य बातों का अभिलेख रखने के लिए जो सिय्योन में होती हैं, और उन सब का जो संपत्ति को समर्पित करते, और धर्माध्यक्ष से कानूनीरूप से विरासत प्राप्त करते हैं ।

2 और उनके जीवन का रहन-सहन, उनका विश्वास, और कार्य भी; और धर्म का त्याग करने वालों का भी जो अपनी विरासत पाने के बाद के धर्म त्याग देते हैं ।

3 यह परमेश्वर की इच्छा और आज्ञा के विरूद्ध है कि जो समर्पण के द्वारा अपनी विरासत को प्राप्त नहीं करते, उसकी व्यवस्था से सहमत हों, जो उसने दी है, कि वह अपने लोगों से दसमांश ले, उन्हें बदला लेने और आग से नाश होने के दिन के विरूद्ध तैयार करे, उन्हें अपने नामों को परमेश्वर के लोग के साथ लिखवाना चाहिए ।

4 और न ही उनकी वंशावली को रखा जाना चाहिए, या गिरजे के किसी अभिलेख या इतिहास में यह कहीं पाया जाना चाहिए ।

5 उनके नाम नहीं पाए जाएंगे, और न ही उनके पूर्वजों के नाम, न ही बच्चों के नाम परमेश्वर की व्यवस्था की पुस्तक में लिखे जाएंगे, सेनाओं का प्रभु कहता है ।

6 हां, हल्की धीमी आवाज इस प्रकार कहती है, जो सब बातों से गुजरती और भेदती है, और बार-बार मेरी हड्डियों को कंपा देती है जब यह स्वयं को प्रकट करती है, कहते हुए:

7 और ऐसा होगी कि मैं, प्रभु परमेश्वर, एक बलवंत और सामर्थी को भेजूंगा, हाथ में पराक्रम का राजदंड लिए, उजियाले को चादर की तरह ओढ़े, जिसका मुंह वचनों को बोलेगा, अनंत वचनों को; जबकि उसके हृदय में सच्चाई का झरना होगा, परमेश्वर के घर को व्यवस्थित करने के लिए, और संतों की विरासत का चुनाव द्वारा प्रबंध करना जिनके नाम, और उनके पूर्वजों के नाम, और उनके बच्चों के नाम, परमेश्वर की व्यवस्था की पुस्तक में लिखे पाए जाते हैं ।

8 जब वह व्यक्ति, जिसे परमेश्वर ने बुलाया और नियुक्त किया था, जो प्रभु के संदूक को थामने के लिए अपने हाथ को बढ़ाता है, मृत्यु के तीर द्वारा गिराया जाएगा, उस वृक्ष के समान जो चमकदार बिजली द्वारा हटाया जाता है ।

9 और वे सब जो स्मरण की पुस्तक में लिखे नहीं पाए जाते हैं उस दिन कोई विरासत नहीं पाएगें, लेकिन उनके टुकड़े कर दिए जाएंगे, और उनका भाग अविश्वासियों के बीच दे दिया जाएगा, जहां रोना और दांत का पीसना होगा ।

10 ये बातें में स्वयं से नहीं कहता हूं; इसलिए, जैसा प्रभु बोलता है, वह पूरा भी करेगा ।

11 और वे जो उच्च पौरोहित्य हैं, जिनके नाम व्यवस्था की पुस्तक में लिखे नहीं पाए जाते हैं, या धर्मत्याग किए पाए जाते हैं, या गिरजे से अलग कर दिए जाते हैं, लघुतर पौरोहित्य भी, या सदस्य, उस दिन सर्वशक्तिमान के संतों के बीच विरासत नहीं पाएंगे;

12 इसलिए, यह उनके साथ याजक के बच्चों के समान किया जाएगा, जैसा एज्रा के दूसरे अध्याय के इकसठवीं और बासठवीं आयतों में लिखा पाया जाएगा ।