पवित्रशास्त्र
सिद्धांत और अनुबंध 54


खंड 54

भविष्यवक्ता जोसफ स्मिथ द्वारा, न्यूवेल नाइट को, कर्टलैंड, ओहायो में, 10 जून 1831 में, दिया गया प्रकटीकरण । थॉमसन, ओहायो में, गिरजे के सदस्य संपत्तियों के समर्पण के प्रश्नों के संबंध में बंट गए थे । स्वार्थीपन और लालच प्रकट हुआ था । शेक्करस में अपने मिश्न के बाद (खंड 49 का शीर्षक देखें), लीमन कोपले ने अपने अनुबंध को तोड़ा था जब उसने अपने बड़े खेत को कोल्सवीले, न्यूयार्क से आने वाले संतों के लिए समर्पित नहीं किया । जिसके परिणामस्वरूप, न्यूवेल नाइट (थॉमसन में रहने वाले सदस्यों के मार्गदर्शक) और अन्य एल्डर भविष्यवक्ता के पास आगे की कार्यवाही पूछने आए थे । भविष्यवक्ता ने प्रभु से पूछा था और इस प्रकटीकरण को प्राप्त किया, जिसने थॉमसन में सदस्यों को लीमन कोपले के खेत को छोड़ने और मिसूरी की यात्रा करने का आदेश दिया था ।

1–6, संतों को दया प्राप्त करने के लिए सुसमाचार अनुबंध का पालन करना चाहिए; 7–10, उन्हें कठिनाइयों में धैर्य रखना चाहिए ।

1 देखो, प्रभु इस प्रकार कहता है, अलफा और ओमेगा भी, आरंभ और अंत, जो संसार के पापों के लिए सलीब पर चढ़ाया गया था—

2 देखो, मैं तुमसे सच, सच, कहता हूं, मेरे सेवक न्यूवेल नाइट, तुम उस पद पर दृढ़ता से बने रहना जिस पर मैंने तुम्हें नियुक्त किया है ।

3 और यदि तुम्हारे भाई उनके शत्रुओं से बचने की इच्छा रखते हैं, वे उनके सभी पापों से पश्चाताप करें, और मेरे समक्ष वास्तव में विनम्र और पश्चातापी बनें ।

4 और क्योंकि वह अनुबंध जो उन्होंने मेरे साथ बनाया था तोड़ दिया गया है, इसलिए यह निरस्त और निष्फल हो गया है ।

5 और उस पर हाय जिसके द्वारा यह अपराध हुआ है, क्योंकि उसके लिए बेहतर होता अगर वह गहरे समुद्र में डूब जाता ।

6 लेकिन आशीषित हैं वे जिन्होंने अनुबंध को रखा और आज्ञा का पालन किया, क्योंकि वे दया प्राप्त करेंगे ।

7 इसलिए, अब जाओ और प्रदेश को भाग जाओ, कहीं तुम्हारे शत्रु तुम्हारे विरूद्ध खड़े न हो जाएं; और अपनी यात्रा करो, और उसे नियुक्त करो जो तुम्हारा मार्गदर्शक होगा, और तुम्हारे लिए कार्य करेगा ।

8 और इस प्रकार तुम पश्चिम के क्षेत्रों की ओर अपनी यात्रा करोगे, मिसूरी प्रदेश को, लमनाइयों की सीमाओं को ।

9 और जब तुम अपनी यात्रा कर लो, देखो, मैं तुम से कहता हूं, लोगों के समान जीवन जीने का प्रयास करो, जब तक मैं तुम्हारे लिए एक स्थान तैयार करता हूं ।

10 और फिर, कठिनाइयों में धैर्य रखो जब तक मैं आता हूं; और, देखो, मैं शीघ्र आता हूं, और मेरा प्रतिफल मेरे साथ है, और जिन्होंने यत्न से मेरी खोज की है उनकी आत्माएं विश्राम पाएंगी । तो भी । आमीन ।