पवित्रशास्त्र
सिद्धांत और अनुबंध 75


खंड 75

भविष्यवक्ता जोसफ स्मिथ द्वारा, अमर्स्ट, ओहायो में, 25 जनवरी 1832 में, दिया गया प्रकटीकरण । इस खंड दो अलग अलग प्रकटीकरण सम्मिलत हैं (पहला आयत 1 से 22 तक और दूसरा आयत 23 से 36 तक) जो उसी दिन दिए गए थे । अवसर उस सम्मेलन का था जिस में जोसफ स्मिथ को उच्च पौरोहित्य का अध्यक्ष स्वीकार और नियुक्त किया गया था । कुछ एल्डर, जो अपनी तात्कालिक जिम्मेदारियों के विषय में जानना चाहते थे । यह प्रकटीकरण मिला था ।

1–5, विश्वासी एल्डर जो सुसमाचार प्रचार करते हैं अनंत जीवन प्राप्त करेंगे; 6–12, सहायक को प्राप्त करने की प्रार्थना करें, जो सब बातें सीखाती है; 13–22, एल्डर उनका न्याय करने सिंहासन पर बैठेंगे जो उनके संदेश को अस्वीकार करते हैं; 23–36, प्रचारकों के परिवार गिरजे से मदद करते हैं ।

1 मैं तुम से सच, सच कहता हूं, मैं जो अपनी आत्मा की वाणी से घोषणा करता हूं, अलफा और ओमेगा भी, तुम्हारा प्रभु और तुम्हारा परमेश्वर—

2 ध्यान से सुनो, ओ तुम जिन्होंने मेरे सुसमाचार की घोषणा करने के जाने, और मेरी दाख की बारी की काट-छांट करने के लिए अपने नाम दिए हैं ।

3 देखो, मैं तुम से कहता हूं कि यह मेरी इच्छा है कि तुम जाओ और देर मत करो, और न ही आलस करो बल्कि अपने संपूर्ण बल से कार्य करो—

4 तुरही की ध्वनि के साथ अपनी आवाज उठाते हुए, प्रकटीकरणों और निर्देशों के अनुसार सच्चाई की घोषणा करते हुए जो मैंने तुम्हें दिए ।

5 और इस प्रकार, यदि तुम विश्वासी रहते हो तो तुम आनाज की बहुत सी बालियों, और सम्मान के मुकुट, और महिमा, और अमरत्व, और अनंत जीवन से लादे जाओगे ।

6 इसलिए, मैं तुम से सच कहता हूं मेरे सेवक विलियम ई. मैकलेलिन, मैं उस अधिकार को निरस्त करता हूं जो मैंने उसे पूर्वी देशों को जाने के लिए दिए;

7 और मैं उसे नया अधिकार और नया आदेश देता हूं, जिसमें मैं, प्रभु, उसे अपने हृदय में बढ़बढ़ाने के लिए दंड देता हूं ।

8 और उसने पाप किया; फिर भी, मैं उसे क्षमा करता और उसे फिर से कहता हूं, तुम दक्षिण देशों को जाओ ।

9 और मेरा सेवक लूक जोनसन उसके साथ जाए, और उन बातों की घोषणा करें जिसका मैंने उन्हें आदेश दिया है—

10 प्रभु का नाम लेकर सहायक के लिए प्रार्थना करते हुए, जो उन्हें सब बातें सीखाएगी जो उनके लिए जरूरी है—

11 हमेशा प्रार्थना करते रहें ताकि वे हिम्मत न हारें; और जितना वे इसे करते हैं, मैं अंत तक उनके साथ रहूंगा ।

12 देखो, यह तुम्हारे संबंध में प्रभु तुम्हारे परमेश्वर के इच्छा है । तो भी । आमीन ।

13 और फिर, सच में प्रभु इस प्रकार कहता है, मेरा सेवक ओरसन हाइड और मेरा सेवक सैमूएल एच. स्मिथ पूर्वी देशों को अपनी यात्रा करें, और उन बातों की घोषणा करें जो मैंने उन्हें आदेश दिए हैं; और जितना वे विश्वासी रहते हैं, देखो, मैं अंत तक उनके साथ रहूंगा ।

14 और फिर, मैं तुम से सच कहता हूं मेरे सेवक लिमन जोनसन, और मेरे सेवक ओरसन प्रैट से, वे भी अपनी यात्रा पूर्वी देशों को करेंगे; और देखो, और नजर उठाओ, मैं उनके साथ भी हूं, अंत तक ।

15 और फिर, मैं अपने सेवक ऐसा डोडस, और अपने सेवक काफ्स विलसन से कहता हूं, कि वे भी अपनी यात्रा पश्चिम देशों को करें, और मेरे सुसमाचार की घोषणा करें, जैसा मैंने उन्हें आदेश दिया है ।

16 और वह जो विश्वासी है सब बातों पर विजय पाएगा, और अंतिम दिन उत्कर्ष पाएगा ।

17 और फिर, मैं अपने सेवक मेजर एन. एशले, और मेरा सेवक बर रिग्स से कहता हूं, वे भी अपनी यात्रा दक्षिण देश को करें ।

18 हां, वे सब अपनी यात्रा करें, जैसा मैंने उन्हें आदेश दिया है, एक घर से दूसरे घर, और एक गांव से दूसरे गांव, और एक शहर से दूसरे शहर जाते हुए ।

19 और जिस घर में तुम प्रवेश करते हो, और वे तुम्हें स्वीकार करते हैं, तो उस घर को अपनी आशीषें दो ।

20 और जिस घर में तुम प्रवेश करते हो, और वे तुम्हें स्वीकार नहीं करते हैं, तो उस घर से तुम तुरंत निकल जाओगे, और उनके विरोध में गवाही के रूप में अपने पैरों की धूल झाड़ डालोगे ।

21 और तुम आनंद और हर्ष से भर जाओगे; और यह जानोगे, कि न्याय के दिन तुम उस घर के न्यायधीश होगे, और उन्हें दोषी ठहराओगे;

22 और न्याय के दिन में मूर्तिपूजक के लिए यह अधिक सहनीय होगा, जितना उस घर के लिए; इसलिए अपनी कमर कस लो और विश्वासी रहो, और तुम सभी बातों पर विजय प्राप्त करोगे, और अंतिम दिन उत्कर्ष प्राप्त करोगे । तो भी । आमीन ।

23 और फिर, प्रभु तुम से इस प्रकार कहता है, ओ मेरे गिरजे के एल्डरों, जिन्होंने अपने नाम दिए हैं ताकि तुम उसकी इच्छा अपने विषय में जान सको—

24 देखो, मैं तुम से कहता हूं, कि यह गिरजे का कर्तव्य है उनके परिवारों का सहारा देने में सहायता करे, और उनके परिवारों को भी सहारा दे जो नियुक्त किए गए हैं और संसार में सुसमाचार की घोषणा करने के लिए संसार में भेजे जाने की आवश्यकता है ।

25 इसलिए, मैं, प्रभु, तुम्हें यह आदेश देता हूं, कि तुम परिवारों के स्थान प्राप्त करो, जितना तुम्हारे भाई अपने हृदयों को उदार बनाने की इच्छा करते हैं ।

26 और वे सब अपने परिवारों के स्थान प्राप्त कर सके, और उनके लिए गिरजे का सहारा, संसार में जाने में असफल न हों, चाहे पूर्व को या पश्चिम को, या उत्तर को, या दक्षिण को ।

27 वे मांगें और वे प्राप्त करेंगे, खटखटाएं और उनके लिए खोला जाएगा, और स्वर्ग से जानेंगे, सच में सहायक द्वारा, वे कहां जाएंगे ।

28 और फिर, मैं तुम से सच कहता हूं, कि प्रत्येक व्यक्ति जो अपने परिवार की जरूरतों को पूरा करने के लिए मजबूर है, वह जरूरतें पूरा करे, और वह किसी भी तरह अपने ताज को नहीं खोएगा; और वह गिरजे में कार्य करे ।

29 प्रत्येक व्यक्ति सभी बातों में परिश्रम करे । और आलसी के लिए गिरजे में कोई स्थान न होगा, सिवाय इसके कि वह पश्चाताप करे और अपनी आदतों को सुधारे ।

30 इसलिए, मेरा सेवक साइमन कार्टर और मेरा सेवक एमर हैरिस सेवकाई में एक हों;

31 और मेरा सेवक एज्रा थाएरे और मेरा सेवक थॉमस बी. मार्श भी;

32 और मेरा सेवक हायरम स्मिथ और मेरा सेवक रेनॉल्ड काहून भी;

33 और मेरा सेवक डेनियल स्टैनटन और मेरा सेवक सेमोर ब्रूनसन भी;

34 और मेरा सेवक स्लिवस्टर स्मिथ और मेरा सेवक गिडियन कार्टर भी;

35 और मेरा सेवक रग्गल्स ऐम्स और मेरा सेवक स्टीफन बर्नट भी;

36 और मेरा सेवक मीका बी. वेल्टन भी और मेरा सेवक ईडन स्मिथ भी । तो भी । आमीन ।