पवित्रशास्त्र
सिद्धांत और अनुबंध 78


खंड 78

भविष्यवक्ता जोसफ स्मिथ द्वारा, हायरम, ओहायो में, 1 मार्च 1832 में, दिया गया प्रकटीकरण । उस दिन, भविष्यवक्ता और अन्य मार्गदर्शक गिरजे के कामकाज पर चर्चा करने के लिए एकत्रित हुए थे । यह प्रकटीकरण मूलरूप से भविष्यवक्ता, सिडनी रिगडन, और न्यूवेल के. विटनी को मिसूरी की यात्रा करने और गिरजे के व्यापारिक और छपाई के कार्यों का संगठन करने के लिए फर्म की रचना का निर्देश था जो इन कार्यों को नियंत्रण करती, सिय्योन की स्थापना और गरीब के लाभ के लिए धन एकत्रित करती । यह फर्म, जो यूनाइटिड फर्म के रूप में जानी गई, की स्थापना अप्रैल 1832 में हुई और 1834 में भंग की गई थी (देखें खंड 82 का शीर्षक) । इसके भंग होने के कुछ समय पश्चात, जोसफ स्मिथ के निर्देशन के अंतगर्त प्रकटीकरण में वाक्यांश “गरीब के लिए भंडारगृह के कामकाज” के स्थान पर “व्यापारिक और छपाई संस्थान” रखा गया था, और शब्द “आदेश” के स्थान पर शब्द “फर्म” लिखा गया था ।

1–4, सतों को भंडारगृह का संगठन और स्थापित करना चाहिए; 5–12, उनकी संपत्तियों के सही उपयोग उद्धार को ले जाता है; 13–14, गिरजे को पृथ्वी के अधिकारों में स्वतंत्र होना चाहिए; 15–16, मीकाईल (आदम) एकमेव पवित्र (मसीह) के निर्देशन के अधीन सेवा करता है; 17–22, आशीषित हैं विश्वासी, क्योंकि वे सब बातों के वारिस होगें ।

1 प्रभु जोसफ स्मिथ, जू., से बोला, कहते हुए: मुझे ध्यान से सुनो, प्रभु तुम्हारा परमेश्वर कहता है, जो मेरे गिरजे के उच्च पौरोहित्य पर नियुक्त किए गए हो, जिन्होंने स्वयं को एकत्रित किया है;

2 और उसकी सलाह को सुनो जिसने तुम्हें स्वर्ग से नियुक्त किया है, जो तुम्हारे कानों में ज्ञान के शब्द बोलेगा, कि तुम उस बात से बचाए जाओ जो तुमने मेरे सम्मुख प्रस्तुत की है, प्रभु परमेश्वर कहता है ।

3 क्योंकि मैं तुम से सच कहता हूं, समय आ गया है, और अब आने को है; और देखो, और नजर उठाओ, यह आवश्यक है कि मेरे लोगों का एक संगठन हो, मेरे लोगों के गरीब के लिए भंडारगृह के कामों के नियंत्रण और स्थापना करने में, इस स्थान और सिय्योन प्रदेश दोनों में ।

4 स्थाई और अनंत संस्थान और प्रणाली मेरे गिरजे में, उस कार्य को आगे बढ़ाने के लिए, जिसके लिए तुम परिश्रम कर रहे हो, मनुष्य के उद्धार के लिए, और अपने पिता की महिमा के लिए जो स्वर्ग में है;

5 ताकि तुम स्वर्गीय बातों के बंधनों में एक समान हो, हां, और संसारिक बातों में भी, स्वर्गीय बातों को प्राप्त करने के लिए ।

6 क्योंकि यदि तुम संसारिक बातों में एक नहीं तो तुम स्वर्गीय बातों को प्राप्त करने में एक समान नहीं हो सकते;

7 क्योंकि यदि तुम चाहते हो कि मैं तुम्हें सिलिस्टिल संसार में एक स्थान दूं, तो तुम्हें स्वयं को उन बातों को करने के लिए तैयार करना चाहिए जो मैंने तुम्हें आदेश दिए हैं और तुम से चाहता हूं ।

8 और अब, सच में प्रभु इस प्रकार कहता है, यह उचित है कि सब बातें मेरी महिमा के लिए होनी चाहिए, तुम्हारे द्वारा जो इस व्यवस्था में एकत्रित हुए हो;

9 या, अन्य शब्दों में, मेरा सेवक न्यूवेल के. विटनी और मेरा सेवक जोसफ स्मिथ, जू., और मेरा सेवक सिडनी रिगडन परिषद में संतों के साथ में बैठते हैं जो सिय्योन में हैं;

10 वरना शैतान उनके हृदयों को सच्चाई से दूर ले जाना चाहता है, ताकि वे अंधे हो जाएं और और उन बातों को न समझ सकें जो उनके लिए तैयार की गई हैं ।

11 इसलिए, एक आदेश मैं तुम्हें देता हूं, स्वयं को एक बंधन या अनंत अनुबंध के द्वारा तैयार और संगठित करने के लिए जिसे तोड़ा न जा सके ।

12 और वह जो इसे तोड़ता है गिरजे में अपने पद और प्रतिष्ठा को खो देगा, और शैतान के अत्याचारों को सौंप दिया जाएगा मुक्ति के दिन तक ।

13 देखो, यह तैयारी है जिसके द्वारा मैं तुम्हें तैयार करता हूं, और आधार, और उदाहरण जो मैं तुम्हें देता हूं, जिसके द्वारा तुम उन आदेशों को पूरा कर सको जो तुम्हें दी गई हैं;

14 ताकि मेरे दिव्य मध्यस्थ के द्वारा, कष्टों के होते हुए जो मैं तुम पर डालूंगा, ताकि गिरजा सिलिस्टियल संसार से नीचे अन्य सब प्राणियों से बढ़कर स्वतंत्र खड़ा रह सके;

15 ताकि तुम उस मुकुट को प्राप्त कर सको जो तुम्हारे लिए तैयार किया गया है, और कई राज्यों पर शासक बनाए जाओ, प्रभु परमेश्वर कहता है, सिय्योन के पवित्र जन, जिसने आदम-ओंदी-आमन की नींवें स्थापित की हैं;

16 जिसने मीकाईल तुम्हारे राजकुमार को नियुक्त किया था, और उसके पैरों को दृढ़ किया था, और उसे ऊंचे पर स्थान पर रखा था, और उसे पवित्र जन की सलाह और निर्देशन के अधीन उद्धार की कुंजियां दी थी, जिसके दिनों का न आरंभ है या न जीवन का अंत ।

17 मैं तुम से, सच, सच कहता हूं, तुम छोटे बालकों, और तुमने अभी समझा नहीं है पिता के पास उसके स्वयं के हाथों में कितनी महान आशीषें हैं और तुम्हारे लिए तैयार की हैं;

18 और तुम सब बातों को अभी सह नहीं सकते; फिर भी, ढाढस बांधो, क्योंकि मैं तुम्हारे साथ चलूंगा । राज्य तुम्हारा है और उसकी आशीषें तुम्हारी हैं, और अनंतकाल की संपन्नता तुम्हारी हैं ।

19 और जो कोई सब वस्तुयों को कृतज्ञता से स्वीकार करता है उत्कर्ष प्राप्त करेगा; और इस पृथ्वी की वस्तुएं उसको दी जाएंगी, यहां तक कि सौ गुना, हां, अधिकता में ।

20 इसलिए, उन कार्यों को करो जो मैंने तुम्हें आदेश दिए हैं, तुम्हारा मुक्तिदाता कहता है, अर्थात पुत्र एहमान, जो सब बातों को तैयार करता है इससे पहले वह तुम्हें ले;

21 क्योंकि तुम मेरे पहलौठे के गिरजा हो, और वह तुम्हें बादलों में ऊपर उठा लेगा, और प्रत्येक व्यक्ति को उसका प्रतिफल देगा ।

22 और वह जो विश्वासी और बुद्धिमान प्रबंधक है सब वस्तुएं विरासत में प्राप्त करेगा । आमीन ।