पवित्रशास्त्र
सिद्धांत और अनुबंध 89


खंड 89

भविष्यवक्ता जोसफ स्मिथ द्वारा, कर्टलैंड, ओहायो में, 27 फरवरी 1833 में, दिया गया प्रकटीकरण । आरंभिक भाइयों द्वारा उनकी सभाओं में तंबाकू का उपयोग के कारण, भविष्यवक्ता इस विषय पर मनन करने के लिए प्रेरित हुए थे; परिणामस्वरूप, उन्होंने इसके विषय में प्रभु से पूछा । यह प्रकटीकरण, जिसे ज्ञान के शब्द के रूप में जाना जाता है, प्राप्त हुआ ।

1–9, मदिरा, शराब, तंबाकू, और गरम पेय का उपयोग मना किया जाता है; 10–17, जड़ी बूटियां, फल, मांस, और अनाज को मनुष्य और जानवरों के उपयोग के लिए नियुक्त किए जाते हैं; 18–21, सुसमाचार व्यवस्था के प्रति आज्ञाकारिता, ज्ञान के शब्द सहित, संसारिक और आत्मिक आशीषें लाती है ।

1 ज्ञान के शब्द, उच्च याजकों की परिषद के लाभ के लिए, जो कर्टलैंड, और गिरजे में एकत्रित थे, और सिय्योन में संतों के लिए भी—

2 अभिनंदन के रूप में भेजे के जाना; आदेश या दबाव के द्वारा नहीं, लेकिन प्रकटीकरण और ज्ञान के शब्द के द्वारा, जो अंतिम दिनों में सब संतों के शारीरिक बचाव के लिए परमेश्वर की योजना और इच्छा को दिखाता है ।

3 यह नियम के रूप में प्रतिज्ञा के साथ दिया गया, इसे सब संतों में निर्बल और निर्बलत्तम की क्षमता के अनुकूल बनाया गया, जो संत हैं या कहलाया जा सकते हैं ।

4 देखो, सच में, प्रभु तुम से इस प्रकार कहता है: बुराइयों और योजनाओं के कारण जो अंतिम दिनों में षड्यंत्र करने वाले मनुष्यों के हृदयों में रहता है और रहेगा, मैंने तुम्हें चेतावनी दी है, और तुम्हें पहले से चेतावनी देता हूं, प्रकटीकरण द्वारा यह ज्ञान के शब्द तुम्हें देकर—

5 कि जितना तुम्हारे बीच में कोई व्यक्ति मदिरा या शराब पीता है, देखो यह प्रशंसनीय नहीं है, और न ही तुम्हारे पिता की नजर में उचित हैं, केवल मिलकर उसके समक्ष प्रभु-भोज में भाग लेते समय ।

6 और, देखो, यह मदिरा होनी चाहिए, हां, दाखलता के अंगूर की शुद्ध मदिरा, तुम्हारी स्वयं की बनाई ।

7 और, फिर, शराब पेट के लिए नहीं है, बल्कि तुमहारे शरीर को धोने के लिए ।

8 और फिर, तंबाकू शरीर के लिए नहीं है, और न ही पेट के लिए, और न ही मनुष्य के लिए ठीक है, बल्कि घाव और बीमार पशुओं के लिए जड़ी-बूटी है, जिसका समझदारी और निपुणता से उपयोग किया जाना चाहिए ।

9 और फिर, गरम पेय शरीर या पेट के लिए नहीं हैं ।

10 और फिर, मैं तुम से सच कहता हूं, सब पौष्टिक जड़ी बूट्टियों को परमेश्वर ने शारीरिक शक्ति, प्रकृति, और मनुष्य के उपयोग के लिए नियुक्त किया है—

11 प्रत्येक जड़ी-बूटी का इसके मौसम में, और प्रत्येक फल का इसके मौसम में; इन सबों का बुद्धिमानी और कृतज्ञता से उपयोग किया जाना चाहिए ।

12 हां, जानवरों और आकाश के पक्षियों के मांस को, मैं, प्रभु, ने कृतज्ञता से मनुष्य के उपयोग के लिए नियुक्त किया है; फिर भी इन का उपयोग किफायत से किया जाना चाहिए;

13 और यह मुझे पसंद है कि इनका उपयोग नहीं किया जाना चाहिए, सिवाय सरदी, या ठंड, या अकाल के समय ।

14 सब आनाज मनुष्य और जानवरों के उपयोग के लिए नियुक्त किया गया है, जीवन का आधार होने के लिए, न केवल मनुष्य के लिए, बल्कि जमीन के जानवरों, और आकाश के पक्षियों, और सब जंगली जानवरों जो पृथ्वी पर दौड़ते या रेंगते हैं;

15 और इन्हें परमेश्वर ने अकाल और अधिक भूखमरी के समय में मनुष्य के उपयोग के लिए बनाया है ।

16 सब आनाज मनुष्य के लिए अच्छा है; वैसे ही दाखलता के फल भी; जो फल उत्पन्न करती है, चाहे जमीन में या जमीन के ऊपर—

17 फिर भी, गेहूं मनुष्य के लिए, और मकई बैल के लिए, और जई घोड़े के लिए, और राई पक्षियों के लिए और सुअर के लिए, और जमीन के सब जानवरों के लिए, और जौ सब उपयोगी जानवरों के लिए, और हल्के पेयों के लिए, इसके अतिरिक्त अन्य आनाज भी ।

18 और सब संत जो इन बातों का पालन करते और चलते हैं, आज्ञाओं का पालन करते हुए जीते हैं, उनके शरीर स्वस्थ और उनकी हड्डियां मजबूत होंगी;

19 और समझ और ज्ञान के महान खजाने पाएंगे, वास्तव में छिपे खजाने;

20 और दौड़ेंगे और थकेंगे नहीं, और चलेंगे और कमजोरी महसूस नहीं करेंगे ।

21 और मैं, प्रभु, उनसे प्रतिज्ञा करता हूं, कि नाश करने वाले दूत उनके पास से गुजर जाएंगे, इस्राएल की संतान के समान, और उनका वध नहीं करेगा । आमीन ।